नई दिल्ली, वाईबीएन डेस्क। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच कूटनीतिक हलचल तेज हो गई है। अमेरिका ने भारत पर रूस से तेल खरीदने को लेकर सवाल उठाए हैं, वहीं इस बीच खबर है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की जल्द भारत यात्रा पर आ सकते हैं। इसी माह के दूसरे सप्ताह में एनएसए अजित डोभाल की यात्रा के दौरान रूसी एनएसए ने राष्ट्रपति पुतिन के भारत आने की बात कही थी। रूसी- और यूक्रेनी राष्ट्रपति की भारत यात्रा इस बात के संकेत देने के लिए काफी है कि रूस- यूक्रेन युद्ध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बेहतर मध्यस्थ साबित हो सकते हैं।
भारत को विश्वास में लेकर चल रहा रूस
इतना ही नहीं अलास्का में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद पुतिन पीएम मोदी को फोन कर वार्ता की जानकारी देकर चुके हैं। अब यूक्रेन के राजदूत ने शांति वार्ता में भारत की अहम भूमिका की संभावना जाहिर कर यह बता दिया है कि यह जता दिया है कि रूस इस मामले में भारत को विश्वास में लेकर चलना चाहता है। ऐसे में हो ना हो, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस- यूक्रेन के बीच शांति समझौता करा सकते हैं।
जानें यूक्रेन के राजदूत ने क्या कहा
यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की भारत यात्रा को लेकर भारत में यूक्रेन के राजदूत अलेक्जेंडर पोलिशचुक ने कहा कि दोनों देश यात्रा की तारीख और वार्ता के एजेंडे को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत-यूक्रेन संबंधों को नई दिशा देने के लिए यह यात्रा ऐतिहासिक साबित होगी।
शांति प्रक्रिया में भारत की अहमियत
राजदूत पोलिशचुक ने कहा कि रूस और भारत के लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को देखते हुए, यूक्रेन भारत को संभावित शांति वार्ताओं में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी मानता है। उन्होंने कहा- हम यूक्रेन में शांति-निर्माण प्रक्रिया में भारत की सक्रिय भागीदारी की उम्मीद करते हैं।
भारत-यूक्रेन संबंध बेहतर हुए
यूक्रेनी राजदूत ने बताया कि 2023 से भारत-यूक्रेन के बीच बातचीत में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस बात की सराहना की जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत युद्ध में तटस्थ नहीं, बल्कि शांति, कूटनीति और संवाद का समर्थन करता है।23 अगस्त, 2024 को पीएम मोदी की यूक्रेन यात्रा को भी उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के लिए ऐतिहासिक बताया। उनका मानना है कि जेलेंस्की की आगामी भारत यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी के रोडमैप पर हस्ताक्षर हो सकते हैं।
पुराने संबंध और व्यापार
पोलिशचुक ने याद दिलाया कि अब तक यूक्रेन के तीन राष्ट्रपतियों ने भारत का दौरा किया है जबकि भारत के दो राष्ट्रपति यूक्रेन जा चुके हैं। 2021 तक दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार लगभग 3.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया था।
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