जब रविवार को IPL 2025 में दिल्ली कैपिटल्स (DC) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) आमने-सामने होंगे, तो दिल्ली के फैंस के मन में एक सवाल जरूर उठेगा — दिल्ली का बेटा विराट कोहली कभी अपनी घरेलू टीम DC के लिए क्यों नहीं खेला? virat and dhoni | Virat | anushka sharma and virat kohli after match | virat and dhoni friendship
कोहली के बजाय प्रदीप सांगवान को चुना
इस सवाल का जवाब IPL के शुरुआती दौर में छिपा है। दरअसल, 2008 में IPL के पहले सीजन के दौरान दिल्ली फ्रैंचाइज़ी (तब दिल्ली डेयरडेविल्स) के पास विराट कोहली को अपनी टीम में शामिल करने का शानदार मौका था, लेकिन उन्होंने कोहली के बजाय प्रदीप सांगवान को चुन लिया।
विराट कोहली को किया शॉर्टलिस्ट
दिल्ली टीम के तत्कालीन क्रिकेट ऑपरेशंस हेड टी.ए. शेखर के अनुसार, उस समय फ्रैंचाइज़ी ने अंडर-22 कैटेगरी के तहत विराट कोहली, प्रदीप सांगवान और तन्मय श्रीवास्तव को शॉर्टलिस्ट किया था। कोहली उस वक्त इंडिया अंडर-19 टीम के कप्तान थे, दिल्ली से ही ताल्लुक रखते थे और रणजी ट्रॉफी में भी दिल्ली का प्रतिनिधित्व कर चुके थे, यानी वह दोनों चयन मानकों पर फिट बैठते थे।
अंडर-22 कैटेगरी से चार खिलाड़ियों को चुनना था
IPL के नियमों के मुताबिक, हर टीम को अपने क्षेत्र से चार खिलाड़ियों और अंडर-22 कैटेगरी से चार खिलाड़ियों को चुनना था। लेकिन दिल्ली ने कोहली के बजाय प्रदीप सांगवान को प्राथमिकता दी, और यही फैसला इतिहास की सबसे बड़ी चूक साबित हुआ।
इधर, बेंगलुरु फ्रैंचाइज़ी के मालिक विजय माल्या ने चारू शर्मा को टीम का CEO नियुक्त किया था। शर्मा ने पहले कर्नाटक के युवा बल्लेबाज मनीष पांडे को टीम में शामिल करने की कोशिश की थी, लेकिन एजेंट के दखल के कारण बात नहीं बन पाई। इसी दौरान BCCI ने आदेश दिया कि अंडर-19 विश्व कप के दौरान कोई भी फ्रैंचाइज़ी खिलाड़ियों से संपर्क नहीं करेगी।
विराट कोहली, जो रणजी खेल चुके
बाद में BCCI ने एक ड्राफ्ट का आयोजन किया, जिसमें अंडर-19 विश्व कप टीम के 16 भारतीय खिलाड़ियों को IPL में शामिल करने की प्रक्रिया तय हुई। हर टीम को ड्राफ्ट के माध्यम से दो-दो खिलाड़ी चुनने का मौका मिला। विराट कोहली, जो रणजी खेल चुके थे, का बेस प्राइस $50,000 रखा गया था (जबकि अन्य खिलाड़ियों का $30,000 था)। इस ड्राफ्ट में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने कोहली को अपनी टीम में शामिल कर लिया।
यही वह मोड़ था, जिसने RCB और विराट कोहली का अटूट रिश्ता शुरू किया। IPL के पूरे इतिहास में कोहली कभी भी दूसरी किसी टीम से नहीं खेले। आज वह RCB का पर्याय बन चुके हैं, जबकि दिल्ली अब भी एक अदद IPL खिताब के इंतजार में है।