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भाजपा नेता का बेटा निकला Jharkhand Matric Paper Leak का मास्टरमाइंड,  चला रहा था कोंचिंग सेंटर

Jharkhand Matric board के हिंदी और विज्ञान के पेपर लीक कराने के मामले में पुलिस ने कोडरमा जिले के मरकच्चो निवासी स्कूल-कोचिंग संचालक प्रशांत कुमार साव को गिरफ्तार किया है। वह भाजपा के स्थानीय नेता प्रकाश साहा का पुत्र है। 

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Mukesh Pandit
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Photograph: (file)

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रांची,  आईएएनएस। 

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झारखंड में मैट्रिक बोर्ड के हिंदी और विज्ञान के पेपर लीक कराने के मामले में पुलिस ने कोडरमा जिले के मरकच्चो निवासी स्कूल-कोचिंग संचालक प्रशांत कुमार साव को गिरफ्तार किया है। वह भारतीय जनता पार्टी के स्थानीय नेता प्रकाश साहा का पुत्र है। इसके अलावा, दो छात्रों को भी हिरासत में लिया गया है। प्रशांत मरकच्चो प्रखंड के जामू में एक प्राइवेट स्कूल और कोचिंग सेंटर चलाता है। उससे पूछताछ चल रही है। प्रशांत ने पुलिस को बताया है कि उसे मरकच्चो निवासी प्रिंस राणा नामक छात्र ने प्रश्न पत्र उपलब्ध कराया था। प्रिंस मूक-बधिर है, जो खुद इस बार परीक्षा में शामिल होने वाला था। प्रिंस अपने पिता इंद्रदेव विश्वकर्मा और मां आरती देवी के साथ इलाज के लिए बेंगलुरू गया है।

प्रश्नपत्र व्हाट्सएप ग्रुप में 350 रुपये में बेचे थे

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बताया जा रहा है कि बेंगलुरू से वापस आने वाली ट्रेन छूट जाने की वजह से वह परीक्षा में शामिल नहीं हो पाया। पुलिस ने प्रिंस के घर पर दबिश दी तो वहां उसकी दादी और छोटा भाई गौतम मिला। प्रश्नपत्र एक व्हाट्सएप ग्रुप में मात्र 350 रुपए में बेचे गए थे। इस ग्रुप के एडमिन प्रिंस ही है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) बोर्ड एग्जामिनेशन से यह व्हाट्सएप ग्रुप हाल में बनाया गया था। इस ग्रुप से जुड़ने के लिए छात्रों को लिंक भेजे गए थे। इस ग्रुप में एक हजार से ज्यादा लोग जुड़े थे।

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क्यूआर कोड से मांगी थी धनराशि

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ग्रुप से जुड़ने के बाद प्रश्नपत्र उपलब्ध कराने के बदले क्यूआर कोड से 350 रुपए मांगे गए थे। प्रश्नपत्र के पीडीएफ को अनलॉक करने के लिए पासवर्ड बनाया गया था। जिन लोगों ने रुपये का भुगतान किया, उन्हें पासवर्ड उपलब्ध कराया गया था। गुरुवार को पहली पाली में जब 9.45 बजे सुबह विज्ञान के पेपर बंटे, तो यह पहले से वायरल प्रश्नपत्र से हूबहू मिल गया। इसके बाद हिंदी और विज्ञान दोनों विषयों की परीक्षा रद्द कर दी गई है। गिरिडीह, गढ़वा और पूर्वी सिंहभूम जिले में भी प्रश्न पत्र लीक होने की सूचनाएं मिली थीं। इन तीनों जिलों में भी उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक मामले की जांच में जुटे हैं। गढ़वा में कई लोगों से पूछताछ की गई है। झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने इन सभी जिलों के उपायुक्तों से शुक्रवार तक जांच रिपोर्ट मांगी है।

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