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Kanpur में बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब का पुतला फूंका, नागपुर हिंसा पर आक्रोश

नागपुर में औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र जलाने के बाद भड़की हिंसा के विरोध में कानपुर के मोतीझील गेट पर बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और औरंगजेब का पुतला जलाकर आक्रोश जताया। कार्यकर्ताओं ने इस्लामी कट्टरपंथ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

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Vibhoo Mishra
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कानपुर, वाईबीएन संवाददाता।

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सोमवार को नागपुर में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के कार्यकर्ताओं ने औरंगजेब की प्रतीकात्मक कब्र बनाई, जिसे गोबर के कंडों और हरे कपड़ों से तैयार कर जलाया गया। इसका वीडियो वायरल होते ही देर शाम नागपुर के महल इलाके में हिंसा भड़क उठी। उपद्रवियों ने सड़क किनारे खड़े कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और जमकर पथराव किया। इस घटना के विरोध में देश के कई शहरों में प्रदर्शन हुए, जिसमें कानपुर भी शामिल रहा।

मोतीझील गेट पर बजरंग दल ने फूंका पुतला

नागपुर हिंसा के खिलाफ मंगलवार को कानपुर में बजरंग दल के सैकड़ों कार्यकर्ता मोतीझील गेट पर एकत्र हुए और औरंगजेब का पुतला फूंककर विरोध दर्ज कराया। प्रदर्शनकारियों ने जमकर नारेबाजी की और देश में कट्टरपंथी मानसिकता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

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पुलिस रही सतर्क, इलाके में बढ़ाई गई सुरक्षा

सूचना मिलते ही स्वरूप नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी। किसी भी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।

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बजरंग दल का बयान

बजरंग दल के पदाधिकारी कृष्णा तिवारी ने कहा कि औरंगजेब आतताई था, उसने हिंदुओं पर अत्याचार किए और अब भी उसकी मानसिकता रखने वाले लोग देश में माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। गजवा-ए-हिंद की सोच रखने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बाबर और औरंगजेब की कब्रों को इस देश में जगह नहीं मिलनी चाहिए। अब देश का युवा जाग चुका है और ऐसी मानसिकता का खुलकर विरोध करेगा।

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प्रदर्शन में ये रहे मौजूद 

प्रदर्शन के दौरान कृष्णा तिवारी, सूरज गौतम, राजेंद्र निषाद, पियूष निषाद, कुणाल, मंगल, सुमित समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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