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पुलिस की गिरफ्त में जुबैर गाजी। Photograph: (सोशल मीडिया)
कानपुर, वाईबीएन संवाददाता। I LOVE Mohammad विवाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा कड़ी से कड़ी कार्रवाई किए जाने की बात कहने के बाद से यूपी पुलिस भी पूरे एक्शन में नजर आ रही है। कानपुर के रेलबाजार थानाक्षेत्र में शुक्रवार को हिंसा भड़काने के मामले में ऑडियो वायरल करने वाले मुख्य आरोपी जुबैर अहमद खान उर्फ जुबैर गाजी को पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। इस मामले में रेलबाजार थाना पुलिस ने जुबैर समेत 26 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। जुबैर पुलिस विभाग का बर्खास्त सिपाही है और उसने हाल ही में समाजवादी पार्टी ज्वॉइन की थी। इस बीच, पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि उपद्रवी किसी भी सूरत में बख्शे नहीं जाएंगे।
जानिए पूरा मामला
घटना के बारे में सुजातगंज चौकी प्रभारी राजमोहन मिश्र ने बताया कि सुजातगंज स्थित अजमेरी मस्जिद में शुक्रवार को नमाज के बाद लोग बाहर निकले। इस बीच, मदार होटल तिराहा पर पहले से मौजूद आरोपित मूल रूप से गाजीपुर के करीमुद्दीनपुर के गांव महेंद्र (वर्तमान में चंदारी सुजातगंज) निवासी 46 वर्षीय जुबैर गाजी ने एक विवादित आडियो सुनाकर लोगों को सरकार व प्रशासन के खिलाफ भड़काकर दंगा कराने का प्रयास किया। ऑडियो सुनकर 20-25 युवक मौके पर जमा भी हो गए थे। अभी तक की जांच में सामने आया है कि जुबैर की साजिश दंगा कराने की थी। हालांकि चौकी प्रभारी के समझाने पर युवक वहां से चले गए और किसी तरह की अप्रिय स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।
बवाल करने वाले पेशेवर
वहीं, इस मामले में सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी, हसन रूमी, नसीम सोलंकी ने पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच की मांग की। सपा विधायक अमिताभ बाजपेयी ने कहा कि कुछ लोग पेशेवर बवाली हैं, जिनका काम ही समाज में भ्रम पैदा करके बवाल करना है। ऐसे लोगों को चिह्नित कर कार्रवाई की जानी चाहिए।
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