कानपुर, वाईबीएन संवाददाता।
आटो और ई रिक्शा की अराजकता पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नजरें टेढ़ी करते ही पुलिस और यातायात विभाग की भी नींद टूट गई। 23 मार्च को कानपुर आए सीएम ने विकास कार्यों की समीक्षा के दौरान यातायात व्यवस्था पर भी चर्चा की थी।
सीएम के निर्देश मिलते ही शुरू हुई निगरानी
मुख्यमंत्री ने पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार को निर्देश दिए थे कि ई रिक्शा और ऑटो चालकों का वेरिफिकेशन कराएं। साथ ही अवैध और मानकों को ताक पर रखकर सड़कों पर फर्राटा भर रहे चालकों पर कार्रवाई करें। निर्देश के 24 घंटे के भीतर ही कमिश्नरेट पुलिस और संभागीय परिवहन विभाग ने सड़कों पर दौड़ रहे ई रिक्शा और ऑटो पर नजर रखनी शुरू कर दी है।
जाम का बड़ा कारण बने ई-रिक्शा और ऑटो
जिले में हजारों की संख्या में ई रिक्शा और ऑटो संचालित हो रहे हैं। इनमें तमाम ऐसे हैं जो बिना पंजीकरण और अन्य जरूरी दस्तावेजों के ही सड़कों पर फर्राटा भर रहे है। ऐसे ई रिक्शा सड़कों और चौराहों पर जाम का कारण बनते हैं, जिससे राहगीरों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। अब इसको लेकर विभागीय स्तर पर मीटिंग और कार्य योजना बनाई जा रही है। जल्द ही सड़कों पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी, जिसके बाद चौराहों और सड़कों की स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा।
अब नहीं बच पाएंगे नाबालिग चालक
सड़क पर कई नाबालिगों को ई रिक्शा चलाते हुए देखा जा सकता है। ये अक्सर एक्सीडेंट भी कर बैठते हैं। पुलिस अब ऐसे नाबालिग ई रिक्शा चालकों पर कड़ी नजर रखेगी।
सीएम के निर्देशों का अक्षरशः होगा पालन - RTO
मामले में संभागीय परिवहन अधिकारी कानपुर मंडल राजेंद्र सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देशों का अक्षरशः पालन कराया जाएगा। हमारा विभाग पंजीकरण और लाइसेंस का काम देखता है। अब तक कानपुर में करीब 47 हजार ई रिक्शा पंजीकृत हो चुके हैं। वेरिफिकेशन पुलिस करेगी। अगर कोई सहयोग मांगा जाएगा तो आरटीओ विभाग तत्पर है। हमारे एआरटीओ और पीटीओ लगातार सड़क पर रहकर पंजीकरण इत्यादि की जांच करते हैं। अब इसका स्तर बढ़ाया जाएगा।