Advertisment

बिरयानी की दुकान पर पिच्चा और चटनी ने पीटा, होजरी व्यापारी से मांगी 25000 महीना रंगदारी

रंगदारी का विरोध करने वालों को अव्वल प्रताड़ित किया जाता है, इसके बाद व्यापार समेटने के लिए मजबूर। ताजा मामले में पिच्चा और चटनी ने एक होजरी व्यापारी से 25 हजार रुपए की मासिक रंगदारी मांगी।

author-image
YBN News Kanpur
Extoration money
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

कानपुर, वाइबीएन संवादादाता। अपराधियों का नाम सुनेंगे तो हंसी आएगी, लेकिन कारनामों की फेहरिस्त देखते ही खौफ मंडराने लगेगा। मुस्लिम इलाकों में आतंक का पर्याय बने शाहिद पिज्जा और यूसुफ चटनी ने जेल से बाहर निकलते ही फिर रंगदारी वसूलना शुरू कर दिया है। 

Advertisment

रंगदारी का विरोध करने वालों को अव्वल प्रताड़ित किया जाता है, इसके बाद व्यापार समेटने के लिए मजबूर। ताजा मामले में पिच्चा और चटनी ने एक होजरी व्यापारी से 25 हजार रुपए की मासिक रंगदारी मांगी। इंकार किया तो जान से मारने की धमकी देकर लहूलुहान कर दिया। पुलिस ने शातिरों के खिलाफ मामला दर्ज करने के साथ तलाश में दबिश देना शुरू कर दिया है।  Crime in Kanpur | Crime in India | Crime Investigation | crime news | Crime News India 

औकात के हिसाब से रंगदारी देने का ऐलान

चमनगंज निवासी फहीम अहमद अपने मकान के नीचे नशरा होजरी के नाम से कारोबार करते हैं। 29 अप्रैल को शाम छह बजे होजरी कारखाने जाते वक्त अजमेरी चौराहे के पास रहीम बिरयानी वाले की दुकान पर बैठे कुख्यात शाहिद पिच्चा और यूनुस चटनी ने आवाज देकर बुलाया और जमीन के व्यापार में तमाम लोगों के साथ हिस्सेदारी का दावा करते हुए  पच्चीस हजार रुपए की मासिक रंगदारी देने का हुक्म सुना दिया। फहीम ने रंगदारी देने से इंकार किया तो पिच्चा और चटनी ने इलाके की रवायत का पालन करने की हिदायत देते हुए धमकाया। बावजूद, रंगदारी अदा करने को रजामंद नहीं  होने पर दोनों कुख्यात ने सरेआम-सरेराह फहीम को बेरहमी से पीटकर लहूलुहान कर दिया। शाहिद पिच्चा ने खुलेआम ऐलान किया कि, उसके इलाके में काम करना है तो प्रत्येक व्यापारी को औकात के हिसाब से रंगदारी अदा करनी होगी। 

Advertisment

पुलिस मेरी अधीनस्थ, जेल पिकनिक जैसी

फहीम की तहरीर के मुताबिक, शाहिद ने मारने-पीटने के बाद धमकाया कि, मुस्लिम इलाके में काम करना है तो पैसा देना ही पड़ेगा, क्योंकि क्षेत्रीय पुलिस भी उसकी इजाजत के बगैर कुछ नहीं करती है। गौरतलब है कि, हिस्ट्रीशीटर शाहिद पिच्चा अभी चार महीने पहले ही जेल से छूटकर बाहर आया है। शाहिद इलाके में अक्सर जुमलाबाजी करता है कि, जेल तो उसके लिए पिकनिक पर जाने जैसा है। पुलिस ने फहीम की तहरीर पर पिच्चा और चटनी के खिलाफ जबरन वसूली, मौत की धमकी समेत कई गंभीर धाराओं में मुकदमा लिखकर तलाश में दबिश देना शुरू कर दिया है। 

पुलिस की मुस्तैदी से जिंदगी महफूज

Advertisment

कानपुर। खाकी वर्दी की मुस्तैदी और रियल टाइम एक्शन के चलते एक जिंदगी को आत्महत्या करने से बचा लिया गया। मामला गुजैनी थानाक्षेत्र से जुड़ा है। दरअसल, पीआरवी के जरिए थाना पुलिस को सूचना मिली कि तात्यातोपे नगर में दारोगा चौराहे के पास सुशीलादेवी के पति खुद को कमरे में कैद करने के बाद फांसी के फंदे पर लटकने का प्रयास कर रहे हैं।

सूचना मिलते ही दारोगा सैय्यद जुबैर और दारोगा मोहित सिंह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। टीम ने तत्काल अंदर से बंद कमरे का दरवाजा तोड़ा तो सुशीला के पति यशपाल फांसी पर लटक चुके थे। पुलिस टीम ने तत्काल उन्हें फंदे से उतारा तो सांस चल रही है। प्राथमिक उपचार के बाद डाक्टर ने यशपाल को सकुशल घर भेज दिया।

Crime News India crime news Crime Investigation Crime in India Crime in Kanpur
Advertisment
Advertisment