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Karantankar Photograph: (ians)
मुंबई, आईएएनएस। अभिनेता करण टैकरने कहा कि जिज्ञासु और उत्साही बने रहना एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में सफलता की कुंजी है। उन्होंने बताया कि उन्हें वैनिटी वैन में बैठना पसंद नहीं, क्योंकि वह सेट पर 'पर्दे के पीछे' का काम देखना चाहते हैं, जो उनके लिए रोमांचक होता है।
एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में सफलता की कुंजी
बातचीत में करण ने बताया, "अगर आपको लगता है कि आपने सब कुछ सीख लिया है, तो यह आपकी असफलता की शुरुआत है, चाहे वह व्यक्तिगत जीवन हो या पेशेवर। मैं बहुत जिज्ञासु हूं और अपने काम से प्यार करता हूं। हर बार सेट पर जाने पर मुझे नई एनर्जी मिलती है, जैसे मैं नया कलाकार हूं।"
फिल्म सेट का सबसे रोमांचक हिस्सा
करण ने बताया कि उन्हें वैनिटी में बैठने से ज्यादा सेट पर समय बिताना पसंद है। उन्होंने कहा, "मुझे सेट पर होने वाली गतिविधियां देखना अच्छा लगता है। पर्दे के पीछे का काम फिल्म सेट का सबसे रोमांचक हिस्सा है। मैं देखना चाहता हूं कि निर्देशक कैसे काम करते हैं, उनकी सोच क्या है।"
किसी प्रोजेक्ट का रिजल्ट हाथ में नहीं होता
करण ने निर्देशक नीरज पांडेकी तारीफ की, जिन्हें वह कम बोलने वाला लेकिन प्रभावशाली व्यक्तित्व मानते हैं। नीरज से मिली सीख का जिक्र करते हुए करण ने कहा, "उन्होंने मुझे सिखाया कि किसी प्रोजेक्ट का रिजल्ट आपके हाथ में नहीं होता। आप केवल शूटिंग के अनुभव को बेहतर बना सकते हैं। यही वह चीज है, जिसे मैं सबसे ज्यादा महत्व देता हूं।"
वेब सीरीज 'स्पेशल ऑप्स 2'
करण ने समय की पाबंदी पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा, "मैं हमेशा समय पर सेट पर पहुंचता हूं। एक प्रोजेक्ट के लिए 60 दिन देने होते हैं और एक दिन में 18-18 घंटे का काम शारीरिक रूप से थकाने वाला होता है। लेकिन मैं उस समय को पूरे दिल से जीता हूं। मैं हर पल सेट पर मौजूद रहता हूं और प्रोजेक्ट को अपना बेस्ट देता हूं।" हाल ही में रिलीज हुई वेब सीरीज 'स्पेशल ऑप्स 2' में करण की एक्टिंग को दर्शक काफी पसंद कर रहे हैं।