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शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए ताड़ासन, वज्रासन और भुजंगासन जैसे आसन बेहद प्रभावी

भारत सरकार का आयुष मंत्रालय तीन सबसे आसान और फायदेमंद आसन सुझाता है। इनमें ताड़ासन, वज्रासन और भुजंगासन शामिल हैं। ये तीनों आसन घर में कहीं भी किए जा सकते हैं। रोजाना मात्र 10 से15 मिनट देने से शरीर में मजबूत होती हैं और मन को शांति मिलती है।

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YBN News
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yogasana Photograph: (ians)

नई दिल्ली। शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनने के लिए योग के मूल आसनों का अभ्यास बेहद लाभदायक माना जाता है। ताड़ासन से शरीर की मांसपेशियों में खिंचाव आता है और पोस्चर सुधरता है, जिससे संतुलन और आत्मविश्वास बढ़ता है। वज्रासन पाचन को बेहतर कर मानसिक शांति प्रदान करता है, इसका नियमित अभ्यास तनाव कम करने में मदद करता है। भुजंगासन रीढ़ को लचीला बनाकर पीठ दर्द में राहत देता है और फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है। 

योगासन दिनचर्या में शामिल

मालूम हो कि योगासनों को दिनचर्या में शामिल कर शारीरिक और मानसिक समस्याओं को बाय-बाय किया जा सकता है। इसकी शुरुआत आप तीन सरल आसनों के अभ्यास से कर सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार रोज 10–15 मिनट इन आसनों का अभ्यास करने से शरीर ऊर्जावान होता है और मन शांत रहता है, जिससे संपूर्ण स्वास्थ्य में सुधार होता है।

सबसे आसान और फायदेमंद आसन

भारत सरकार का आयुष मंत्रालय तीन सबसे आसान और फायदेमंद आसन सुझाता है। इनमें ताड़ासन, वज्रासन और भुजंगासन शामिल हैं। ये तीनों आसन घर में कहीं भी किए जा सकते हैं। रोजाना मात्र 10 से15 मिनट देने से शरीर में लचीलापन आता है, मांसपेशियां मजबूत होती हैं और मन को शांति मिलती है।

ताड़ासन

योग एक्सपर्ट अभ्यास का सही तरीका भी बताते हैं। ताड़ासन सबसे आसान और सबसे प्रभावशाली शुरुआती आसन है। इसके लिए दोनों पैर जोड़कर सीधे खड़े हो जाएं। हाथों को ऊपर उठाकर उंगलियां आपस में मिलाएं और पूरा शरीर ऊपर की ओर खींचें। एड़ियां हल्की उठाएं और सांस सामान्य रखें। यह आसन रीढ़ की हड्डी को सीधा करता है, कद बढ़ाने में मदद करता है, पूरे शरीर में खून का संचार बेहतर करता है और एकाग्रता बढ़ाता है। सुबह खाली पेट करें तो सबसे ज्यादा फायदा मिलता है।

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वज्रासन

वज्रासन का अभ्यास खाना खाने के तुरंत बाद भी किया जा सकता है। इसके लिए घुटनों को मोड़कर एड़ियों पर बैठ जाएं। दोनों घुटने आपस में जुड़े रहें, हाथ जांघों पर रखें और पीठ-गर्दन सीधी। आंखें बंद करके 5-10 मिनट तक शांत बैठें। यह आसन पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है, घुटनों को मजबूत बनाता है, कमर दर्द में राहत देता है और ध्यान के लिए सबसे अच्छी स्थिति प्रदान करता है। रोजाना करने से पेट की चर्बी भी कम होती है।

भुजंगासन

भुजंगासन के लिए पेट के बल लेट जाएं और दोनों हाथ कंधों के पास जमीन पर रखें। सांस लेते हुए छाती को ऊपर उठाएं, सिर पीछे की ओर झुकाएं और नजरें छत की ओर रखें। 15-20 सेकंड तक रुकें फिर धीरे से नीचे आएं। यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, पेट की मांसपेशियों को मजबूत करता है, तनाव दूर करता है और फेफड़ों को खोलकर सांस लेने की क्षमता बढ़ाता है। कब्ज और थकान में भी बहुत आराम मिलता है।

शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत

इन तीन आसनों से योग की मजबूत नींव पड़ती है। शुरुआत में धीरे-धीरे करें, सांस पर ध्यान दें और नियमितता बनाए रखें। शुरुआत में योग एक्सपर्ट की देखरेख में ही अभ्यास करना चाहिए।

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 (इनपुट-आईएएनएस)

Disclaimer: इस लेख में प्रदान की गई जानकारी केवल सामान्य जागरूकता के लिए है। इसे किसी भी रूप में व्यावसायिक चिकित्सकीय परामर्श के विकल्प के रूप में नहीं माना जाना चाहिए। कोई भी नई स्वास्थ्य-संबंधी गतिविधि, व्यायाम, शुरू करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लें।"

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