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क्या आपने कभी किसी अजनबी से छोटी-सी बातचीत के बाद खुद को हल्का और खुश महसूस किया है? एक नई स्टडी बताती है कि अजनबियों से बातचीत करने से न सिर्फ खुशी मिलती है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।
तुर्की की सबानसी यूनिवर्सिटी द्वारा की गई रिसर्च में पाया गया कि भावनात्मक रूप से दूर के लोगों से बातचीत भी हमारे जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। यह बातचीत बस ड्राइवर को धन्यवाद कहने, किसी से मौसम पर चर्चा करने या कैफे में किसी अनजान व्यक्ति को हाय बोलने जितनी साधारण हो सकती है।
बहुत से लोगों को यह बेकार, असहज और असुरक्षित लगता है। इसकी वजह यह है कि हम बचपन से "स्ट्रेंजर डेंजर" यानी अजनबियों से दूर रहने की सीख पाते हैं। हालांकि, हर अजनबी खतरनाक नहीं होता। कई बार ये अनजान लोग हमें खुशी देने वाले, मददगार और प्रेरणादायक भी हो सकते हैं।
ब्रिटेन और जापान में हुई रिसर्च बताती है कि लोग बातचीत से इनकार किए जाने के डर से भी अजनबियों से बात करने से बचते हैं। लेकिन, जब वे बातचीत शुरू करते हैं, तो उन्हें सकारात्मक अनुभव ही मिलता है।
अजनबियों से बातचीत करने से हम खुशी और सकारात्मकता महसूस करते हैं। यह हमें समाज से जोड़ने और नए अनुभव देने का शानदार तरीका है। अगली बार जब आप किसी कैफे, पार्क या ट्रेन में हों, तो मुस्कान के साथ एक छोटी-सी बातचीत की शुरुआत करें – शायद यह आपका दिन बना दे!