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साक्षी का अभी भी नहीं लगा सुराग।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।डायल-112 में तैनात टेलीकॉलर साक्षी की गुमशुदगी को 23 दिन से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन पुलिस अब तक उसके ठिकाने का पता नहीं लगा सकी है। पेपर मिल कॉलोनी, महानगर निवासी साक्षी 29 अगस्त की रात से रहस्यमय तरीके से लापता है। इस बीच, पुलिस ने चुपचाप कार्रवाई करते हुए उसके दोस्त और नामजद आरोपी सचिन जायसवाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। हालांकि, परिजनों का आरोप है कि पुलिस मामले की जांच में गंभीरता नहीं दिखा रही और कई अहम पहलुओं को नजरअंदाज कर रही है।
आखिरी बार रिवर फ्रंट पर देखी गई थी साक्षी
जांच में सामने आया है कि 29 अगस्त की रात साक्षी अपने दोस्त सचिन के साथ स्कूटी पर रिवर फ्रंट गई थी। वहां दोनों के बीच किसी युवक को लेकर कहासुनी हुई। सचिन ने पूछताछ में कबूल किया है कि विवाद के बाद उसने साक्षी का मोबाइल छीन लिया और वहां से चला गया। उसके बाद साक्षी कहां गई, इसका पता अब तक नहीं चल पाया है। कुछ लोगों का कहना है कि उसे नदी में छलांग लगाते देखा गया था, लेकिन इस दावे की पुष्टि नहीं हो सकी।
गोमती में कई जिलों तक हुई तलाश
साक्षी की तलाश में पुलिस ने लखनऊ से लेकर गाजीपुर तक गोमती नदी में सर्च अभियान चलाया। गोताखोरों और स्थानीय टीमों की मदद ली गई, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं आया। जांच में उस युवक से भी पूछताछ की गई, जिसके कारण साक्षी और सचिन के बीच झगड़ा हुआ था। वह साक्षी का रिश्तेदार बताया जा रहा है, हालांकि उससे भी कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई।
आरोपी सचिन के पास मिला मोबाइल
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने सचिन के पास से साक्षी का मोबाइल फोन बरामद किया। सचिन हजरतगंज इलाके में किराये पर रहता है और जेप्टो कंपनी में काम करता है। उसने बताया कि प्रयागराज में रहने के दौरान उसकी साक्षी से इंस्टाग्राम के जरिए दोस्ती हुई थी। सचिन का दावा है कि उसे साक्षी के लापता होने की जानकारी नहीं है।
परिजनों ने उठाई SIT जांच की मांग
साक्षी की मां संगीता वर्मा ने पुलिस जांच पर सवाल उठाते हुए कहा कि स्थानीय पुलिस पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने मांग की है कि केस की जांच एसआईटी या क्राइम ब्रांच से कराई जाए ताकि असलियत सामने आ सके। परिजनों का कहना है कि जब तक सचिन से रिमांड पर लेकर कड़ाई से पूछताछ नहीं की जाएगी, तब तक साक्षी की गुमशुदगी का सच सामने आना मुश्किल है।गांव और कॉलोनी में यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग पूछ रहे हैं कि राजधानी में रहस्यमय तरीके से लापता हुई युवती का अब तक कोई पता क्यों नहीं चल सका।
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नदी में कूदने वाली छात्रा शिवांगी का तीसरा दिन भी अता-पता नहीं
राजधानी में मड़ियांव क्षेत्र के आईआईएम रोड स्थित घैला पुल से शुक्रवार दोपहर गोमती नदी में कूदने वाली 21 वर्षीय छात्रा शिवांगी कश्यप का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है। एसडीआरएफ और पुलिस की टीम ने शुक्रवार शाम तक नदी में खोजबीन की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।
शिवांगी सुबह घर से कॉपी लेने की बात कहकर निकली थी
जानकारी के अनुसार, शिवांगी सुबह घर से कॉपी लेने की बात कहकर निकली थी, लेकिन देर तक वापस नहीं लौटी। इस पर उनके पिता विनोद कश्यप, जो कि एक इलेक्ट्रिशियन हैं, ने दुबग्गा थाने में बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई। इंस्पेक्टर अभिनव वर्मा ने बताया कि शिवांगी की तलाश में स्थानीय गोताखोर और एसडीआरएफ टीम लगातार काम कर रही है, लेकिन अभी तक कोई निशान नहीं मिला।
शिवांगी ने अपने मोबाइल का पूरा डेटा डिलीट कर दिया था
आम्रपाली चौकी इंचार्ज कुलदीप यादव ने बताया कि घर से निकलने से पहले शिवांगी ने अपने मोबाइल का पूरा डेटा डिलीट कर दिया था। पुलिस ने उसके मोबाइल नंबर की सीडीआर रिपोर्ट मंगवाकर जांच शुरू कर दी है।शिवांगी की अचानक गायब होने से परिवार और पड़ोस में चिंता का माहौल है। पुलिस ने सभी संभावित दिशा-निर्देशों पर ध्यान देते हुए खोजबीन तेज कर दी है।