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जांच करतीं फॉरेंसिक टीम।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। राजधानी के मलिहाबाद क्षेत्र में अपराधियों के हौसले कितने बुलंद हैं, इसका अंदाजा रविवार रात हुई चोरी की वारदात से लगाया जा सकता है। बेखौफ चोरों ने माल थाने से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित हीरो असलम ऑटो केयर एजेंसी को निशाना बनाते हुए लाखों रुपये की नकदी और सीसीटीवी डीवीआर चोरी कर लिया। थाने के पास चोरी होने से न सिर्फ पुलिस गश्त की पोल खुल गई बल्कि स्थानीय लोगों के बीच असुरक्षा की भावना और गहरी हो गई है।
खिड़की की सरिया तोड़कर अंदर घुसे चाेर
एजेंसी के मालिक के कार्यालय के पीछे की खिड़की की सरिया तोड़कर चोरों ने अंदर घुसपैठ की। कार्यालय में रखे गए 3 लाख 50 हजार रुपये नकद और सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर चोर अपने साथ ले गए। वारदात इतनी नजदीक हुई कि चोरों के आने-जाने और तोड़फोड़ की आवाज तक पुलिस को सुनाई नहीं दी। चौंकाने वाली बात यह रही कि रातभर इलाके में गश्त का दावा करने वाली पुलिस को भी भनक नहीं लगी।
मौके पर डॉग स्क्वाड और फॉरेंसिक टीम
सुबह चोरी की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और डॉग स्क्वाड व फॉरेंसिक टीम ने जांच शुरू की। पूरे इलाके की बारीकी से छानबीन की गई, लेकिन अभी तक चोरों का कोई सुराग नहीं मिला है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर चोरों की तलाश शुरू करने की बात कही है।
लगातार बढ़ रही घटनाएं फिर भी पुलिस नहीं गंभीर
माल, रहीमाबाद और मलिहाबाद क्षेत्रों में इन दिनों चोरी और लूट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। अपराधियों के लिए दिन-रात का कोई फर्क नहीं रह गया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस महज कागजों में गश्त दिखाती है, जबकि असलियत में अपराधी बेखौफ होकर वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
पिछले दिनों हुई लूट के मामले में अभी तक दर्ज नहीं की गई रिपोर्ट
रहीमाबाद थाना क्षेत्र के रामनगर निवासी शोभित ने बताया कि बीते 5 अगस्त को उनके साथ मारपीट कर 6 हजार रुपये लूट लिए गए, लेकिन पुलिस ने अब तक एफआईआर दर्ज नहीं की। इसी तरह ग्राम बख्तौरीपुर के नंदकिशोर के ट्रैक्टर से 20 अगस्त को बैटरी चोरी हो गई, जिसकी रिपोर्ट भी दर्ज नहीं की गई। दोनों पीड़ित लगातार एसीपी कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन कार्रवाई की बजाय उन्हें सिर्फ आश्वासन मिल रहा है।
लगातार हो रही लूट व चोरी की घटनाओं से लोगों में आक्रोश
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस न केवल लापरवाह है बल्कि घटनाओं को छिपाने की कोशिश भी करती है। उनका कहना है कि पुलिस का ढिलमुल रवैया अपराधियों के हौसले और बुलंद कर रहा है। जनता सवाल कर रही है कि जब थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर चोर लाखों रुपये ले जा सकते हैं, तो दूर-दराज़ इलाकों के लोग कितने सुरक्षित हैं? इस वारदात ने साफ कर दिया है कि पुलिस की गश्त व्यवस्था सिर्फ कागजों तक सीमित है। अपराधियों के बढ़ते मनोबल और पुलिस की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को उठाना पड़ रहा है।