Advertisment

Lucknow Crime: गैंगेस्टर एक्ट में वांछित शातिर अभियुक्त गिरफ्तार, कई मोबाइल लूट व छिनैती की घटनाओं में था शामिल

लखनऊ के थाना वजीरगंज पुलिस ने गैंगेस्टर एक्ट में वांछित शातिर अभियुक्त बृजेश कुमार सोनी को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त मोबाइल लूट और छिनैती की कई घटनाओं में शामिल था और गैंग लीडर राजीव श्रीवास्तव के साथ मिलकर वारदातों को अंजाम देता था।

author-image
Shishir Patel
Photo

शातिर अभियुक्त गिरफ्तार।

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।राजधानी के थाना वजीरगंज पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस टीम ने गैंगेस्टर एक्ट में वांछित शातिर अभियुक्त बृजेश कुमार सोनी को गिरफ्तार किया है, जो मोबाइल लूट और छिनैती की कई घटनाओं में शामिल रहा है। अभियुक्त पर उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत मुकदमा दर्ज था।

गिरोह के सदस्य मोबाइल लूट की घटनाओं में सक्रिय थे

थाना वजीरगंज पुलिस के अनुसार, तीन अक्टूबर गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रिया कलाप निवारण अधिनियम 1986 के तहत मुकदमा राजीव श्रीवास्तव व अन्य के विरुद्ध पंजीकृत किया गया था। जांच में पाया गया कि राजीव श्रीवास्तव अपने साथियों के साथ मिलकर लूट और छिनैती की वारदातों को अंजाम दे रहा था। गिरोह के सदस्य मोबाइल लूट की घटनाओं में सक्रिय थे और उनसे संबंधित माल भी बरामद हुआ था।

यह गिरोह लंबे समय से  लूट की घटनाओं को अंजाम दे रहा था

इसी क्रम में, पुलिस को मुखबिर खास से सूचना मिली कि गैंगेस्टर एक्ट में वांछित अभियुक्त बृजेश कुमार सोनी पुत्र सुशील कुमार सोनी, निवासी एकतानगर, बालागंज, थाना ठाकुरगंज, उम्र 31 वर्ष, अपने क्षेत्र में मौजूद है। सूचना के आधार पर थाना वजीरगंज पुलिस टीम ने गुरुवार को एकतानगर बालागंज क्षेत्र से अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है। यह गिरोह लंबे समय से मोबाइल लूट और छिनैती की घटनाओं को अंजाम दे रहा था। अभियुक्त अपने परिजनों के आर्थिक व भौतिक लाभ के लिए आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय था।

विकास नगर में डिलीवरी ब्वॉय बनकर आई नौकरानी की साजिश बेनकाब

राजधानी के विकास नगर सेक्टर-7 स्थित आरएसजी अपार्टमेंट में हुई दिनदहाड़े चोरी की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। जांच में सामने आया कि चोरी किसी बाहरी बदमाश ने नहीं, बल्कि घर में काम करने वाली नौकरानी ने अपने परिचित युवक के साथ मिलकर की थी। वारदात को अंजाम देने के लिए युवक डिलीवरी ब्वॉय बनकर घर पहुंचा था।

युवक डिलीवरी ब्वॉय बनकर आया था

घटना सोमवार दोपहर की है, जबकि पीड़ित माहिन खान पत्नी शमून खान की तहरीर पर गुरुवार को मुकदमा दर्ज किया गया। माहिन के मुताबिक, वे 6 अक्टूबर को अपनी बुआ के घर ऐशबाग गई थीं। दोपहर करीब 1:30 बजे नौकरानी शाहजहां ने फोन कर बताया कि एक युवक डिलीवरी ब्वॉय बनकर आया और किसी चीज से उसे बेहोश कर गया। होश में आने पर उसने देखा कि घर से ज्वेलरी और नकदी गायब है।

फिलहाल पुलिस ने दोनों से पूछताछ शुरू कर दी

मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि युवक कुछ ही मिनटों में अंदर गया और वापस निकल गया। पुलिस को शक हुआ कि किसी अंदरूनी व्यक्ति ने उसे पूरी जानकारी दी है। इस पर नौकरानी से कड़ाई से पूछताछ की गई, जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। शाहजहां ने बताया कि उसने अपने परिचित के साथ मिलकर यह साजिश रची थी।फिलहाल पुलिस ने दोनों से पूछताछ शुरू कर दी है और चोरी गए सामान की बरामदगी के प्रयास किए जा रहे हैं।

Advertisment

ट्रेडिंग में तीन गुना मुनाफा देने के नाम पर ठगी का प्रयास नाकाम

इंदिरानगर इलाके में ठगों के एक गैंग ने नोएडा निवासी युवक को शेयर ट्रेडिंग में तीन गुना मुनाफे का झांसा देकर फंसाने की कोशिश की। लेकिन युवक की सतर्कता और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से ठगी की यह साजिश नाकाम हो गई। पुलिस ने मौके से पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।

योजना बताई और लखनऊ बुलाया

शिवहर (बिहार) निवासी अजय कुमार सिंह, जो गौतम बुद्ध नगर में प्रॉपर्टी डीलिंग का कार्य करते हैं, ने बताया कि कुछ दिन पहले उनकी मुलाकात एक अज्ञात व्यक्ति से हुई थी। उस व्यक्ति ने ट्रेडिंग में निवेश कर “तीन गुना मुनाफा” कमाने की योजना बताई और लखनऊ बुलाया। लालच में आकर अजय अपने साथी हरसंगत सिंह के साथ लखनऊ पहुंचे।

मौके पर पुलिस पहुंच गई और ठगी की कोशिश नाकाम हो गई

लखनऊ आने पर उनकी मुलाकात सुषमा हॉस्पिटल के पास रहने वाले विश्‍वेन्द्र कुमार नामक व्यक्ति से हुई। वह उन्हें एक कमरे में ले गया, जहाँ पहले से दो युवक मौजूद थे और सभी निवेश व मुनाफे की बातें कर रहे थे। तभी 5–6 अन्य युवक भी कमरे में आ गए और बोले कि "मुनाफे का पैसा तुरंत मिलेगा"।अजय को जब कुछ संदेह हुआ, तो उन्होंने बैग में रखी नोटों की गड्डियां देखीं। ऊपर के नोट असली थे, लेकिन अंदर सफेद कागज निकले। शक पक्का होते ही अजय बाहर आए और किसी स्थानीय व्यक्ति से बात करने लगे। इसी दौरान ठगों ने किसी को फोन करना शुरू कर दिया। तभी मौके पर पुलिस पहुंच गई और ठगी की कोशिश नाकाम हो गई।

गिरोह ने 10 दिन पहले कमरा किराए पर लिया था

इंस्पेक्टर इंदिरानगर सुनील तिवारी ने बताया कि बुधवार को सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर छापा मारा। जांच में पता चला कि गिरोह ने 10 दिन पहले कमरा किराए पर लिया था और दो दिन से ठगी की योजना बना रहा था। पुलिस ने पांच संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है।समय रहते कार्रवाई होने से पीड़ित का पैसा बच गया और एक बड़ी ठगी की वारदात टल गई।

यह भी पढ़ें: Crime News: उड़ीसा से अवैध गांजा तस्करी का पर्दाफाश, एएनटीएफ झांसी ने पकड़ा 4 करोड़ का माल

यह भी पढ़ें:  nspiring Story : परिजनों की मौत से भी नहीं टूटा हौसला, IPS बनने के सपने को किया सच, जानिए निपुण अग्रवाल की प्रेरक कहानी

Advertisment

यह भी पढ़ें: उड़ीसा में निजी बिजली कंपनियों का लाइसेंस रद्द करने पर सुनवाई, यूपी में निजीकरण का प्रस्ताव रद्द करने की मांग

news Lucknow
Advertisment
Advertisment