लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री समेत अन्य कथावाचकों को लेकर की गई टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं। भाजपा ने सपा प्रमुख के बयान की निंदा करते हुए इसे सनातन धर्म का अपमान बताया है। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने सपा मुखिया पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि धीरेंद्र शास्त्री के बहाने जानबूझकर सनातन और साधु-संतों का अपमान किया है। सपा हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है। अखिलेश भी उसी राह पर चल रहे हैं।
सनातन पर टिप्पणी करना बंद करें अखिलेश
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि सपा के नेता जानबूझकर ग्रंथों, साधु-संतों, भगवा और कथावाचकों पर टिप्पणियां करते हैं। उनकी यह सोच समाज को बांटने ओर ले जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन टिप्पणियों से अखिलेश यादव का कोई फायदा नहीं होगा, बल्कि देश का नुकसान ही होगा। इसीलिए धर्म और सनातन के नाम पर उन्हें ऐसी टिप्पणियां बंद करनी चाहिए।
तुष्टिकरण की राजनीति कर रहें अखिलेश
अखंड आर्यावर्त आर्य त्रिदंडी महासभा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने अखिलेश यादव पर मुस्लिम तुष्टिकरण और हिन्दुओं में जातिवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सपा अध्यक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अखिलेश हिन्दू समाज को जातीय संघर्ष में झोंककर राज्य की सत्ता हासिल करने का जो सपना देख रहे हैं, वह कभी पूरा नहीं होगा।
कथावाचकों को जातिवाद के तराजू में तौलना सही नहीं
त्रिवेदी ने कहा कि कथावाचकों को जातिवाद के तराजू में तौलना सही नहीं है। ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव ने इस्लामीकरण को बढ़ावा देने के नाम पर सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया। त्रिवेदी ने युवाओं से अपील करते हुये कहा कि वह राजनैतिक दलों की जाति राजनीति में उलझ कर अपने भविष्य को दांव पर न लगायें, बल्कि ऐसे नेताओं का बहिष्कार करें।
क्या कहा था अखिलेश यादव ने?
अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता के दौरान इटावा की घटना का जिक्र करते हुए कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री पर अंडर टेबल पैसा लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि कई कथावाचक 50 लाख रुपये लेते हैं। किसी की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए अपने घर बुला ले। अंडर टेबल लेगा वो बाबा पैसै। आप पता करवा लीजिए, धीरेंद्र शास्त्री पैसे नहीं लेते हैं क्या? कथा बांचने की उनकी कितनी कीमत होगी? इस बयान ने न केवल धार्मिक समुदायों बल्कि सियासी गलियारों में भी हंगामा मचा दिया है।
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धीरेंद्र शास्त्री पर टिप्पणी करके चौतरफा घिरे Akhilesh Yadav, जानें BJP समेत किस-किस ने किया तीखा हमला
भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सपा के नेता जानबूझकर ग्रंथों, साधु-संतों, भगवा और कथावाचकों पर टिप्पणियां करते हैं। उनकी यह सोच समाज को बांटने ओर ले जा रही हैं।
धीरेंद्र शास्त्री पर टिप्पणी करके चौतरफा घिरे अखिलेश यादव Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री समेत अन्य कथावाचकों को लेकर की गई टिप्पणी पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव चौतरफा घिरते नजर आ रहे हैं। भाजपा ने सपा प्रमुख के बयान की निंदा करते हुए इसे सनातन धर्म का अपमान बताया है। बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने सपा मुखिया पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि धीरेंद्र शास्त्री के बहाने जानबूझकर सनातन और साधु-संतों का अपमान किया है। सपा हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति करती रही है। अखिलेश भी उसी राह पर चल रहे हैं।
सनातन पर टिप्पणी करना बंद करें अखिलेश
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि सपा के नेता जानबूझकर ग्रंथों, साधु-संतों, भगवा और कथावाचकों पर टिप्पणियां करते हैं। उनकी यह सोच समाज को बांटने ओर ले जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इन टिप्पणियों से अखिलेश यादव का कोई फायदा नहीं होगा, बल्कि देश का नुकसान ही होगा। इसीलिए धर्म और सनातन के नाम पर उन्हें ऐसी टिप्पणियां बंद करनी चाहिए।
तुष्टिकरण की राजनीति कर रहें अखिलेश
अखंड आर्यावर्त आर्य त्रिदंडी महासभा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ऋषि त्रिवेदी ने अखिलेश यादव पर मुस्लिम तुष्टिकरण और हिन्दुओं में जातिवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया है। उन्होंने सपा अध्यक्ष पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अखिलेश हिन्दू समाज को जातीय संघर्ष में झोंककर राज्य की सत्ता हासिल करने का जो सपना देख रहे हैं, वह कभी पूरा नहीं होगा।
कथावाचकों को जातिवाद के तराजू में तौलना सही नहीं
त्रिवेदी ने कहा कि कथावाचकों को जातिवाद के तराजू में तौलना सही नहीं है। ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव ने इस्लामीकरण को बढ़ावा देने के नाम पर सरकारी धन का जमकर दुरुपयोग किया। त्रिवेदी ने युवाओं से अपील करते हुये कहा कि वह राजनैतिक दलों की जाति राजनीति में उलझ कर अपने भविष्य को दांव पर न लगायें, बल्कि ऐसे नेताओं का बहिष्कार करें।
क्या कहा था अखिलेश यादव ने?
अखिलेश यादव ने प्रेस वार्ता के दौरान इटावा की घटना का जिक्र करते हुए कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री पर अंडर टेबल पैसा लेने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि कई कथावाचक 50 लाख रुपये लेते हैं। किसी की हैसियत है कि धीरेंद्र शास्त्री को कथा के लिए अपने घर बुला ले। अंडर टेबल लेगा वो बाबा पैसै। आप पता करवा लीजिए, धीरेंद्र शास्त्री पैसे नहीं लेते हैं क्या? कथा बांचने की उनकी कितनी कीमत होगी? इस बयान ने न केवल धार्मिक समुदायों बल्कि सियासी गलियारों में भी हंगामा मचा दिया है।
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