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पेंशन वृद्धि की मांग को लेकर बैंक पेंशनर्स ने उठाई आवाज Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। कोऑर्डिनेशन ऑफ बैंक पेंशनर्स एवं रिटायरीज ऑर्गेनाइजेशन की यूपी इकाई ने शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक मुख्य शाखा के बाहर अनशन और धरना दिया। इसमें विभिन्न बैंकों के करीब 600 सदस्यों ने भाग लिया। महासचिव अतुल स्वरूप ने कहा कि आज सभी बैंक फायदे में है। बैंकों से सरकार को लाभांश मिलता है। अकेले स्टेट बैंक का पेंशन फंड ही 70 हजार करोड़ रुपये से अधिक है। उससे प्राप्त ब्याज और अन्य लाभांश से ही पेंशन दी जाती है। ऐसा लगभग सभी बैंकों में है। इसके बावजूद सरकार बैंक पेंशनरों को उनकी अपनी धनराशि से ही पेंशन वृद्धि नहीं करने दे रही है। उन्होंने हर द्विपक्षीय समझौते के साथ पेंशन बढ़ाने की मांग की।
अनदेखी पर देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी
स्टेट बैंक पेंशनर्स संघ के अध्यक्ष दिनेश चंद्रा ने कहा कि सरकारी विभागों में पेंशनर्स को चिकित्सा सुविधा पूर्व की भांति मिलती रहती है। जबकि बैंक के पेंशनर्स एवं रिटायरीज को अपने पैसे से चिकित्सा बीमा लेना पड़ता है। सरकार ने आदेश भी दिया है कि बैंक पेंशनर्स को चिकित्सा बीमा के प्रीमियम का भुगतान बैंक प्रबंधन द्वारा किया जाना चाहिए। सेंट्रल बैंक के एसएन वर्मा ने मांग की कि पेंशनर संगठनों को भी आईबीए, बैंक और सरकार से सीधी वार्ता में शामिल किया जाए ताकि उनसे संबंधित मुद्दों पर सकारात्मक विचार किया जा सके। मीडिया प्रभारी अनिल तिवारी ने बताया कि यदि सरकार ने शीघ्र उचित कदम नहीं उठाया तो राष्ट्रीय इकाई के निर्देश पर देशव्यापी आंदोलन किया जाएगा।
ये रहे मौजूद
इस दौरान आरएस वर्मा (पीएनबी) आरके वर्मा (केनरा बैंक), हरिहर सिंह एवं रूबी (इंडियन बैंक तथा हरीहर गुप्ता (आईओबी) आदि ने अनशन किया। इसके अलावा स्टेट बैंक के केके सिंह, वीके अवस्थी, जीएस भंडारी, पवन कुमार, अनिरुद्ध श्रीवास्तव (बीओबी), डीके बाजपेई (देना बैंक), चंद्र प्रकाश (आईओबी) आदि ने अपनी बात रखी।
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Bank pensioners Protest