Advertisment

मरीजों को बड़ी राहत : UP के सभी जनपदों में नि:शुल्क सीटी स्कैन की सुविधा

Health News : अब प्रदेश के सभी जनपदों में नि:शुल्क सीटी स्कैन जांच की सुविधा मिलेगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक के निर्देश पर लागू हुई इस सुविधा से मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

author-image
Deepak Yadav
brajesh pathak

प्रदेश के सभी जनपदों में नि:शुल्क सीटी स्कैन जांच की सुविधा Photograph: (YBN)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में पैथोलॉजी, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड समेत दूसरी जांचों की भांति सीटी स्कैन भी नि:शुल्क हो रहा है लेकिन छह जनपदों में सीटी स्कैन जांच के एवज में मरीजों से 500 रुपये शुल्क जमा कराया जा रहा था। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इन जिलों में भी मुफ्त सीटी स्कैन जांच का तोहफा मरीजों को दिया है। इससे मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी।

छह जिलों में खत्म हुआ 500 रुपये शुल्क

लखनऊ, आगरा, गोरखपुर, कुशीनगर, मुरादाबाद एवं रायबरेली में सीटी स्कैन जांच के लिए रोगी कल्याण निधि में बतौर यूजर चार्जेज 500 रुपये जमा कराए जा रहे थे। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की पहल पर यह शुल्क माफ कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अब इन सभी जनपदों में भी विभिन्न जांचों सहित सीटी स्कैन की निःशुल्क सुविधा प्रदान की जायेगी।

12 मेडिकल संस्थानों में बढ़ाई जाएंगी सुविधाएं

डिप्टी सीएम ने बताया कि प्रदेश के 12 मेडिकल कॉलेज व कानपुर के दो संस्थानों में मरीजों के हितों में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। इसमें आगरा, कानपुर, प्रयागराज, मेरठ, झॉसी, गोरखपुर, बांदा, आजमगढ़, सहारनपुर, अम्बेडकर नगर, जालौन, कन्नौज एवं बदायूं तथा कानपुर के ह्दय रोग संस्थान, जेके कैंसर संस्थान के लिए 464.70 लाख की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई है। धनराशि अवमुक्त कर दी गई है। जिसमें प्रति मेडिकल कॉलेज को 33.5 लाख तथा जेके कैंसर संस्थान को 31 लाख रुपये आवंटित किया गया है। इससे मेडिकल कॉलेज व संस्थान आवश्यक उपकरण एवं सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

यह भी पढ़ें- KGMU की बड़ी उपलब्धि : नवजात शिशुओं के लिए बनाए गए IFT यूरो बैग कनेक्टर के डिजाइन को मिला पेटेंट

Advertisment

यह भी पढ़ें- लखनऊ में तेजी से बढ़ रहे कोरोना के केस, अब तक इतने मरीज हुए Covid Positive

यह भी पढ़ें- बिजली संकट ने बढ़ाई गर्मी की मार, लखनऊ में आज इन इलाकों में गुल रहेगी बत्ती

Advertisment
Advertisment