Advertisment

यूपी में ‘घुसपैठिया राजनीति’ कर रही भाजपा : इटावा कांड को लेकर योगी सरकार पर बरसे अखिलेश

अखिलेश ने भाजपा और योगी सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि बीजेपी उत्तर प्रदेश में बाहर से 'प्लांटेड लोगों' को लाकर समाज को बांटने और अशांति फैलाने की 'घुसपैठिया राजनीति' कर रही है।

author-image
Abhishek Mishra
Akhilesh lashes out at Yogi government

इटावा कांड को लेकर योगी सरकार पर बरसे अखिलेश Photograph: (YBN)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इटावा में कथावाचक से मारपीट को लेकर भारतीय जनता पार्टी और योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा अपने ‘प्लांटेड लोगों’ से प्रदेश में समाज को बांटने और अशांति फैलाने का षड्यंत्र कर रही है। उसकी ‘घुसपैठिया राजनीति’ को प्रदेशवासी समझ चुके हैं। यूपी की जनता नकारात्मक लोगों की गलतियों से बंटेगी नहीं, बल्कि और भी मजबूत होगी।

दिल्लीवालों को यूपी भाजपाई पर भरोसा नहीं

अखिलेश ने शुक्रवार को एक्स पर तंज कसते हुए पूछा कि क्या अब यूपी में भाजपा का ऐसा एक भी नेता नहीं बचा, जिस पर दिल्ली को भरोसा हो? उन्होंने आरोप लगाया कि इसलिए दिल्ली से लोग लाकर उत्तर प्रदेश में षड्यंत्र की नई बिसात बिछाई जा रही है। यह लखनऊवालों के लिए ताल ठोंकती चुनौती है कि प्रदेश की सीमाएं बार-बार अराजकतावादी तत्वों के लिए क्यों खोली जा रही हैं?

भाजपा सरकार सिर्फ कागजी

सपा प्रमुख ने योगी सरकार से सवाल किया कि क्या वो इन अराजकतावादी तत्वों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराकर उनकी गिरफ्तारी सुनिश्चित करेगी? अगर ऐसा नहीं हुआ तो जनता मानेगी कि भाजपा सरकार उत्तर प्रदेश में सिर्फ ‘कागजी सरकार’ बनकर रह गई है, जिसका न कोई नेतृत्व है और न ही कानून-व्यवस्था की कोई प्रतिबद्धता।

भाजपा ने खो दी सहानुभूति

अखिलेश ने हाल में हुई इटावा की घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि कुछ प्रभुत्ववादी और वर्चस्ववादी लोगों ने उसकी ढोलक छीन ली और उस पर आरोप लगाए, जिससे वे अपने ही समाज की सहानुभूति खो बैठे। उन्होंने इसे 'इटावा कथावाचन पीडीए अपमान कांड' बताते हुए कहा कि संपूर्ण पीडीए समाज अब उस पीड़ित कलाकार के साथ है।

पीडीए सामाजिक न्याय की नई आवाज

Advertisment

अखिलेश यादव ने कहा कि ‘पीडीए’ अब उत्पीड़न के खिलाफ ढोलक की नई गूंज है। यह परंपरागत रूप से उपेक्षित और शोषित समाज की पीड़ा, दुख और अपमान के खिलाफ एकजुटता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि पीडीए कोई प्रतिशोध नहीं, बल्कि सोच के परिवर्तन की पुकार है और इसका उद्देश्य सामाजिक न्याय आधारित शासन की स्थापना है।

यह भी पढ़ें- यूपी की सांस्कृतिक विरासत को नयी उड़ान देने निकले युवा कलाकार, भातखंडे में विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों ने मोहा मन

यह भी पढ़ें : लखनऊ में कोरोना संक्रमित 2 नए मरीज मिले, 20 एक्टिव केस

यह भी पढ़ें  : नियामक आयोग की चौखट पर अदाणी, फिर भी नजरें बिजली कंपनियों की बोली पर

Advertisment
Advertisment