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नहाय खाय से छठ महापर्व की शुरुआत Photograph: (Google)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। चार दिवसीय छठ महापर्व की शुरुआत शनिवार को नहाय खाय से हो गई है। रविवार को खरना से व्रत की शुरुआत होगी। इसे लेकर राजधानी में लाखों परिवारों की परिवारों में तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। गोमती किनारे लक्ष्मण मेला मैदान, शहीद पद स्थित छट पूजा स्थल समेत अन्य घाट सज चुके हैं। बाजारों में पूजन सामग्री खरीदने जबरदस्त भीड़ उमड़ रही है। छठ मैया के पूजन के लिए मंदिरों, घरों व सार्वजनिक स्थलों पर भी कुंड तैयार किए गए हैं।
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27 को मुख्यमंत्री भगवान सूर्य को देंगे अर्घ्य
अखिल भारतीय भोजपुरी समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रभुनाथ राय ने सभी तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि सबसे बड़ा आयोजन लक्ष्मण मेला घाट पर होगा। प्रशासन के सहयोग से भोजपुरी समाज की ओर से हो रहे आयोजन में 27 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ शाम को पहुंचेंगे और भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगे। इस बार मुख्यमंत्री के लिए अलग से रास्ता बनाया गया है। दोनों उप मुख्यमंत्री और प्रदेश सरकार के मंत्री, विधायक भी शामिल होंगे।
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घाटों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रहेगी गूंज
राय ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। 27 और 28 अक्टूबर को भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। जिसमें प्रसिद्ध लोक गायिका कल्पना पटवारी (असम), गोपाल राय (बलिया) सुरेश शुक्ला (मुंबई) सहित 200 कालाकार 18 घंटे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे।
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भगवान सूर्य और षष्ठी माता को समर्पित छठ पर्व
छठ पर्व भगवान सूर्य और षष्ठी माता को समर्पित है जो षष्ठी तिथि को मनाया जाता है। भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है और छठ मैया की पूजा की जाती है। छठ मैया के बारे में कथा है कि यह ब्रह्माजी की मानस पुत्री हैं और सूर्यदेव की बहन हैं। शास्त्रों में छठ मैया को संतान की रक्षा करने वाली और संतान सुख देने वाली देवी के रूप में बताया गया है, जबकि सूर्यदेव अन्न और संपन्नता के देवता हैं।
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26 को खरना और 28 को संध्या अर्घ्य
26 अक्टूबर को खरना और 27 अक्टूबर को सूर्योदय का समय छठ पूजा के दिन प्रातः काल 06:13 बजे रहेगा। 27 अक्टूबर को सूर्यास्त का समय छठ पूजा के दिन शाम 05:27 बजे रहेगा। 28 अक्टूबर को सूर्योदय का समय सुबह 06:13 बजे रहेगा। यह व्रत परिवार की सुख-समृद्धि, संतान की कामना, संतान की दीर्घायु और रोग मुक्त जीवन के लिए किया जाता है। छठ पूजा के दौरान प्रसाद के रूप में ठेकुआ, मालपुआ, चावल के लड्डू, फलों और नारियल का इस्तेमाल किया जाता है। यह प्रसाद शुद्ध सामग्री से बनाए जाते हैं और सूर्य देवता को अर्पित किए जाते हैं।
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Chhath Puja 2025 | Chhath festival
नहाय खाय से छठ महापर्व की शुरुआत, शहीद पद स्थित छट पूजा स्थल श्रद्धालुओं के स्वागत को तैयार https://t.co/1ebrFLMlulpic.twitter.com/YajmdDkXrU
— Deepak Yadav (@deepakhslko) October 25, 2025
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