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बिरसा मुंडा संगोष्ठी में बोलते सीएम योगी
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को वाराणसी के वसंत महिला महाविद्यालय में धरती आबा' बिरसा मुंडा की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने एक पेड़ मां के नाम वृक्षारोपण महाभियान-2025 के अंतर्गत पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया। कार्यक्रम के दौरान सीएम योगी ने कहा कि जब भी सनातन संस्कृति पर संकट आया है, भारत का जनजातीय समाज सबसे पहले उसकी रक्षा के लिए सामने आया है। उन्होंने बिरसा मुंडा को जनजातीय चेतना के प्रतीक के रूप में नमन किया।
कानून व्यवस्था बाधित होती है, तो सख्ती जरूरी
सीएम योगी हाल ही में जौनपुर में ताजिया जुलूस के दौरान हुई घटना का जिक्र करते हुए सख्त लहजे में कहा कि जब कानून व्यवस्था बाधित होती है, तो सख्ती जरूरी हो जाती है। उन्होंने बताया कि हाईटेंशन तार की चपेट में आने से तीन लोगों की मौत हुई, जिसके बाद कुछ लोगों ने रास्ता जाम कर दिया। पुलिस के पूछने पर मैने निर्देश दिया की लाठी मारकर रास्ता खाली कराओ, क्योंकि ये लातों के भूत बातों से नहीं मानेंगे।
सनातन को बदनाम करने कि सुनियोजित साजिश
सीएम योगी ने पुरानी एक घटना का जिक्र करते हुए कहा कि एक जगह आगजनी हो रही थी। जब पुलिस ने कार्रवाई शुरू की तो मैने अफसरों से कहा कि थोड़ा रुको, पहले पूरी वीडियो फुटेज देखो। सीएम योगी ने कहा कि वीडियो में एक व्यक्ति केसरिया गमछा बांधे हुए नजर आया, जो आगजनी कर रहा था। लेकिन जैसे ही उसने आग लगाई, उसका गमछा नीचे गिरा और उसके मुंह से 'या अल्लाह' निकला। सीएम योगी ने इसे एक सुनियोजित साजिश बताते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में भ्रम फैलाने और सनातन को बदनाम करने के लिए रची जाती हैं। ऐसे लोग सिर्फ समुदाय नहीं, पूरी व्यवस्था को अपमानित करते हैं।
मोहर्रम के जुलूस पर नई व्यवस्था
सीएम योगी ने बताया कि पहले मोहर्रम के दौरान आगजनी और अराजकता आम बात थी। बहन-बेटियां घर से निकल नहीं पाती थीं। हमने नियम बनाया कि ताजिया की ऊंचाई इतनी न हो कि पेड़ की टहनियों या हाईटेंशन तारों को नुकसान हो। एक पेड़ को तैयार होने में 40 से 50 साल लगते हैं, उसे कोई नहीं काटेगा।
कांवड़ियों को उपद्रवी तक कहा जाता है
सीएम योगी ने कांवड़ यात्रा को भारत की एकता का प्रतीक बताते हुए कहा कि इसमें हर वर्ग के लोग जुड़ते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से इसकी छवि बिगाड़ने की कोशिशें होती हैं। उन्होंने कहा कांवड़ियों को उपद्रवी तक कहा जाता है। यह वही मानसिकता है, जो भारत की आस्था और परंपरा का अपमान करना चाहती है।
फेक अकाउंट से नफरत फैलाने वालों पर सख्ती
सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सोशल मीडिया पर फेक अकाउंट्स से जातीय तनाव फैलाने वालों की पहचान कर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेताया कि ऐसे छुपे हुए तत्व समाज की एकता को नुकसान पहुंचा रहे हैं। सीएम योगी ने साफ कहा की सनातन परंपरा में यह नहीं लिखा कि जो मंदिर जाए वही हिंदू है। गांव में दो लोगों का विवाद हो तो उसे प्रशासन सुलझाएगा। लेकिन अगर कोई खुद को दरोगा समझेगा, तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
परियोजनाओं की समीक्षा
अपने वाराणसी प्रवास के दौरान मुख्यमंत्री ने सर्किट हाउस में कानून-व्यवस्था और विकास परियोजनाओं की समीक्षा की। डीएम सत्येंद्र कुमार ने उन्हें 15 हजार करोड़ रुपये की लागत से चल रही 64 परियोजनाओं की जानकारी दी। सीएम ने निर्देश दिया कि बरसात के बाद युद्धस्तर पर काम तेज किया जाए। सीएम ने सारनाथ स्थित केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान में सोवा रिग्पा मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया और सलारपुर में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री वितरित की। इसके साथ ही संगीत पाथवे का भी मुआयना किया।