Advertisment

भ्रष्ट आईएएस अभिषेक प्रकाश ने बरेली के बिल्डर राजू खंडेलवाल, विपिन अग्रवाल और राजेश गुप्ता संग खूब निभाई दोस्ती

आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बरेली में अपने पद का गलत इस्तेमाल किया। उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा किया और अरबों रुपए की बेनामी संपत्ति बनाई। इस दौरान, 113 तालाबों को भर दिया गया और 600 एकड़ जमीन पर इंटरनेशनल सिटी नाम का टाउनशिप बना दिया गया।

author-image
Anupam Singh
fggh
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

 लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।  यूपी के भ्रष्टतम आईएएस की सूची में अपने आपको जल्द से जल्द स्थापित करने की होड़ में जुटे आईएएस अभिषेक प्रकाश ने बरेली के भूमाफिया बिल्डरों राजू खंडेलवा, विपिन अग्रवाल, राजेश गुप्ता जैसे लोगों के साथ खूब अच्छी दोस्ती निभाई, जिसका नतीजा यह निकला कि अब एक मामले में फंसने के बाद एसटीएफ के डर से मुंह छिपाये भागे-भागे फिर रहे रहे हैं, क्योंकि उनकी काली करतूतों की जानकारी अब एसटीएफ के अलावा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी जानना चाहती है और वह भी उनसे पूछताछ करेगी। 

Advertisment

बरेली के भाजपा नेता महेश पांडेय ने ईडी से शिकायत की है। IAS अभिषेक प्रकाश समाजवादी पार्टी की सरकार में बरेली में 31 जुलाई 2012 से 8 जून 2014 तक डीएम रहे थे। इस दौरान आईएएस अभिषेक प्रकाश ने सरकारी जमीन पर कब्जा करवाकर इंटरनेशनल सिटी का निर्माण करवाया, जो नारियावल में बन रहा है। इस प्रोजेक्ट में 600 एकड़ सरकारी जमीन शामिल है, जिसकी कीमत लगभग 8000 करोड़ रुपये है। भाजपा नेता महेश पांडेय के मुताबिक अभिषेक प्रकाश ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर इन जमीनों में अपने लोगों को हिस्सेदार बनाया। उन्होंने यह भी कहा कि अभिषेक ने बरेली के आंवला, सदर और फरीदपुर इलाकों में बेनामी संपत्तियां भी बनाई हैं। इन संपत्तियों में उनका पैसा बिल्डरों जैसे राजू खंडेलवाल, विपिन अग्रवाल और राजेश गुप्ता के जरिए लगाया गया है। यह मामला जांच के घेरे में है और अधिकारियों से कार्रवाई की उम्मीद है। 

113 तालाबों को 600 एकड़ जमीन बनाई इंटरनेशनल सिटी

भाजपा नेता महेश पांडेय ने शिकायत की है कि आईएएस अधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बरेली में अपने पद का गलत इस्तेमाल किया। उन्होंने सरकारी जमीन पर कब्जा किया और अरबों रुपए की बेनामी संपत्ति बनाई। इस दौरान, 113 तालाबों को भर दिया गया और 600 एकड़ जमीन पर इंटरनेशनल सिटी नाम का टाउनशिप बना दिया गया। यह सब तब हुआ जब प्रकाश बरेली के डीएम थे। शिकायत के अनुसार, उन्होंने राजू खंडेलवाल के साथ मिलकर सरकारी जमीन का दुरुपयोग किया। इस मामले की जांच ईडी कर रही है।

Advertisment

रोक के बावजूद मकान बिकते रहे

बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) पर लापरवाही के आरोप लगाते हुए महेश पांडेय ने कहा कि उन्होंने जब शिकायत की, तो इंटरनेशनल सिटी का नक्शा रद्द कर दिया गया था। इसके बावजूद, टाउनशिप में मकान बनते रहे और करोड़ों रुपए के घर बिकते रहे। महेश ने यह भी कहा कि बीडीए के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। यह मामला शहर में चिंता का विषय बन गया है, क्योंकि नियमों का उल्लंघन जारी है और जनता का भरोसा कम हो रहा है। अधिकारियों की इस लापरवाही से शहर की व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं।

परिवार के नाम खरीदी 1100 बीघा जमीन

Advertisment

अभिषेक प्रकाश पर आरोप है कि उन्होंने लखीमपुर खीरी और बरेली में कुल 1100 बीघा जमीन अपने परिवार के नाम खरीदी है। इसमें 700 बीघा जमीन दोनों जिलों में है और यह जमीन फर्जी कंपनियों के जरिए खरीदी गई है। आरोप है कि उन्होंने अपने माता-पिता और भाई के नाम भी जमीन खरीदी है। इसके अलावा, बरेली में 400 बीघा जमीन खरीदने का भी आरोप है। इन खरीददारी में स्टांप ड्यूटी में चोरी का भी आरोप लगा है। इस मामले की जांच के लिए यूपी सरकार को केंद्र के DOPT ने लिखा है।

समाजसेवा में बिताया अपना जीवन

महेश पांडेय को समाजसेवी और कानूनविद के रूप में जाना जाता है। उन्होंने समाज की सेवा में अपना जीवन बिताया है। उनके प्रयासों से कई लोगों को मदद मिली है और समाज में बदलाव आया है। वह न्याय व्यवस्था में भी सक्रिय हैं और लोगों के अधिकारों के लिए लड़ते हैं। महेश पांडेय का नाम समाज में सम्मान के साथ लिया जाता है। उनके काम से प्रेरणा मिलती है और वे समाज के लिए एक मिसाल हैं।

Advertisment

यह भी पढ़ें : Lucknow news : सचिवालय में अधिकारी को चलती मीटिंग में पड़ा दिल का दौरा, हुई मौत

यह भी पढ़ें : UP News : वाराणसी में फिर कोरोना ने दी दस्तक, दो संक्रमित मिले

यह भी पढ़ें : UP News : बाघ संरक्षण कतर्नियाघाट वन्य जीव क्षेत्र में 200 परिवारों को वन विभाग ने थमाया नोटिस

Lucknow lucknow latest news local news lucknow lucknowcity
Advertisment
Advertisment