लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। पुलिस उपायुक्त (अपराध) कमलेश दीक्षित ने शनिवार को जनपद लखनऊ में संचालित ईगल मोबाइल टीमों के साथ एक अहम बैठक कर उन्हें अपराध नियंत्रण के लिए विशेष दिशा-निर्देश जारी किए। बैठक का उद्देश्य अपराध और अपराधियों पर सख्त निगरानी रखते हुए ईगल मोबाइल की भूमिका को और अधिक प्रभावशाली बनाना रहा।
संवेदनशील इलाकों में निरंतर गश्त करेगी ईगल मोबाइल
डीसीपी ने सभी मोबाइल टीमों को निर्देशित किया कि किसी भी अपराध की सूचना मिलते ही तुरंत मौके पर पहुंचें और आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा कि ईगल मोबाइल यूनिट को संवेदनशील इलाकों में निरंतर गश्त करनी चाहिए, जिससे अपराधियों में खौफ और आमजन में सुरक्षा का विश्वास बना रहे।
डीसीपी अपराध ने दिये ये प्रमुख निर्देश
चोरी, डकैती, हत्या या किसी भी गंभीर अपराध की सूचना मिलते ही ईगल मोबाइल यूनिट तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करें।अपराध संभावित क्षेत्रों में नियमित पेट्रोलिंग करें ताकि किसी भी आपराधिक गतिविधि पर पहले ही रोक लगाई जा सके।संदिग्धों की पहचान: इलाके में घूम रहे संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान कर उनका रिकॉर्ड चेक करें। यदि किसी अपराधी का नाम सूची में है तो तत्काल कार्रवाई करें।बैठक के दौरान डीसीपी ने ईगल मोबाइल टीमों के संचालन में आ रही व्यावहारिक दिक्कतों की भी जानकारी ली और तकनीकी संसाधनों के बेहतर उपयोग पर बल दिया। उन्होंने कहा कि स्मार्ट पुलिसिंग के तहत तकनीक का अधिकतम प्रयोग कर अपराधियों की निगरानी और गिरफ्तारी को प्रभावी बनाया जाए।
ईगल मोबाइल टीमों के प्रमुख उद्देश्य बताए गए
-अपराध पर त्वरित नियंत्रण
-संदिग्ध गतिविधियों की रोकथाम
-आमजन को त्वरित पुलिस सहायता
-सुरक्षा व्यवस्था को मजबूती
-तकनीक आधारित निगरानी और नियंत्रण
अपराध पर नियंत्रण के लिए ईगल मोबाइल टीमों की भूमिका निर्णायक होनी चाहिए: डीसीपी
अंत में डीसीपी कमलेश दीक्षित ने सभी टीमों को अपने कर्तव्यों का पालन पूर्ण सतर्कता और जोश के साथ करने का निर्देश देते हुए कहा कि अपराध पर नियंत्रण के लिए ईगल मोबाइल टीमों की भूमिका निर्णायक होनी चाहिए। सभी टीमें चौकस रहकर अपने क्षेत्रों में निगरानी और त्वरित कार्रवाई को प्राथमिकता दें।
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