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डीजीपी राजीव कृष्ण
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। दीपावली पर्व से पहले प्रदेश में कहीं कोई अप्रिय घटना न होने पाए। इसी को देखते हुए प्रदेशभर में अवैध पटाखा फैक्ट्रियों पर पुलिस की बड़ी कार्रवाई शुरू होने जा रही है। डीजीपी राजीव कृष्ण ने साफ निर्देश दिए हैं कि किसी भी जिले में बिना अनुमति बारूद या पटाखा बनाने की फैक्ट्री मिली तो सीधे जेल भेजा जाएगा। साथ ही, ऐसे मामलों में संबंधित थानेदार, सर्किल अफसर और कोतवाल तक की जिम्मेदारी तय की जाएगी।
सिलसिलेवार धमाकों और मौतों पर जताई कड़ी नाराजगी
डीजीपी ने हाल ही में लखनऊ, संभल, अयोध्या और मऊ सहित कई जिलों में अवैध पटाखा फैक्ट्रियों में हुए सिलसिलेवार धमाकों और मौतों पर कड़ी नाराज़गी जताई है। उन्होंने कहा कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
हर जिले में चलाया जाए विशेष अभियान
राजीव कृष्ण ने सभी पुलिस आयुक्तों, एसएसपी और एसपी को निर्देश दिया है कि जिलेवार विशेष चेकिंग अभियान चलाया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी अवैध तरीके से पटाखे न बनाए या रखे जा रहे हों। उन्होंने कहा कि बारूद का अवैध भंडारण बेहद ख़तरनाक है और किसी भी स्थिति में इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
चेकिंग के नाम औपचारिकता की तो खैर नहीं
पुलिस मुख्यालय से जारी प्रेस नोट के अनुसार, डीजीपी ने सभी जिला पुलिस प्रमुखों को अपने मातहतों के साथ तत्काल बैठक कर प्रभावी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह चेकिंग सिर्फ औपचारिक न होकर जमीनी स्तर पर ठोस कार्रवाई के रूप में दिखाई देनी चाहिए। अन्यथा किसी प्रकार की कोई घटना होने पर जिम्मेदार पुलिस व अधिकारियों की खैर नहीं है।
अपराध के दौरान किसी प्रकार की चूक माना जाएगा अपराध
सूत्रों के अनुसार, बीते कुछ महीनों में अवैध पटाखा गोदामों में हुए विस्फोटों में कई लोगों की मौत के बाद अब पुलिस विभाग पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। डीजीपी ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मद्देनज़र किसी भी प्रकार की चूक को गंभीर अपराध माना जाएगा।
लापता युवक का शव मिला, प्रेम प्रसंग में विवाद के बाद आत्महत्या की आशंकाLucknow Crime:छह दिन से लापता रकाबगंज निवासी शिवा राठौर (20 वर्ष) का शव शनिवार सुबह गोमतीनगर के 1090 चौराहे के पास गोमती नदी में पाया गया। पुलिस ने शव को बाहर निकालकर पास मिले दस्तावेजों के आधार पर पहचान की और सूचना वजीरगंज थाने को दी। पोस्टमार्टम हाउस पर शिवा के भाई राहुल राठौर ने शव की पहचान की। युवती से बात करने के बाद मोबाइल रखकर निकल गया पैदलराहुल ने बताया कि शिवा ऐशबाग स्थित रामलीला ग्राउंड के पास नेल-पेंट कंपनी में काम करता था। उसकी किसी युवती से बातचीत चल रही थी। 5 अक्टूबर की रात शिवा ने घर पर लगभग चार घंटे तक उस युवती से मोबाइल पर बात की, इसके बाद वह मोबाइल कहीं रखकर पैदल घर से चला गया और लौटकर नहीं आया। शिवा और युवती के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ थाइंस्पेक्टर राजेश त्रिपाठी ने बताया कि जांच में सामने आया कि शिवा और युवती के बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। इस विवाद से आहत होकर शिवा ने नदी में कूदकर आत्महत्या की संभावना जताई जा रही है। पुलिस ने बताया कि घरवालों की शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। |
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