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निजीकरण के विरोध पर अभियंताओं को बनाया जा रहा निशाना : ऑफिसर एसो ने कहा- आंदोलन होगा तेज

एसोसिएशन ने शनिवार को बैठक में चेतावनी दी कि शासन के निर्देश पर की गई कार्रवाई के खिलाफ प्रदेश में दलित और पिछड़े वर्ग के अभियंता चुप नहीं बैठेंगे।

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Deepak Yadav
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अभियंताओं पर एफआईआर का विरोध Photograph: (YBN)

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। निजीकरण का बिजली कार्मिकों के सभी संगठन विरोध कर रहे हैं। इस बीच शासन के निर्देश पर विजिलेंस ने अभियंताओं पर आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में एफआईआर दर्ज कराई है। पावर ऑफिसर एसोसिएशन ने इसका कड़ा विरोध करते हुए निजीकरण विरोधी आंदोलन में शामिल अभियंताओं को चिन्हित कर व्यक्तिगत रूप से उकसाने की है।

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संवैधानिक रूप से आंदोलन करने का सभी को अधिकार

एसोसिएशन ने शनिवार को बैठक में चेतावनी दी कि शासन के निर्देश पर की गई कार्रवाई के खिलाफ प्रदेश में दलित और पिछड़े वर्ग के अभियंता चुप नहीं बैठेंगे। कहा, पहले नियमावली का उल्लंघन करके बड़े पैमाने पर स्थानांतरण किए गए और अब इस तरह की कार्रवाई निजीकरण के खिलाफ और मजबूत आंदोलन खड़ा करेगा। एसोसिएशन के अध्यक्ष आरपीकेन, कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि संवैधानिक रूप से आंदोलन करने का सभी संगठनों को अधिकार है। वह अपने संवैधानिक अधिकार के तहत निजीकरण का विरोध कर रहे हैं।

बाबा साहब के सिद्धांतों पर अडिग अभियंता

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अभियंताओं ने कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने कहा था बिजली हमेशा सरकारी क्षेत्र में रहना चाहिए। इसलिए निजीकरण का तो सवाल ही नहीं उठता। बाबा साहब ने जो कह दिया उसके पीछे पूरे प्रदेश का दलित और पिछड़े वर्ग का अभियंता खड़ा है। किसी भी सूरत में निजीकरण बर्दाश्त नहीं करेगा।

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