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आईईटी में विशेषज्ञ व्याख्यान Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईईटी) के कंप्यूटर विज्ञान एवं इंजीनियरिंग विभाग की ओर से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में एजेनिक एआई विषयक और इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभाग के आईईईई स्टूडेंट ब्रांच ने डिजिटल या बायोलॉजिकल इंटेलिजेंस एंड फ्यूचर पर्सपेक्टिव नामक विशेषज्ञ व्याख्यानों का आयोजन किया।
आधुनिक टेक्नोलॉजी से समय में तेजी से बदलाव
निदेशक प्रोफेसर विनीत कंसल ने कहा कि आधुनिक टेक्नोलॉजी और सॉफ्वेयर टूल्स के उत्कृष्ट उपयोग से समय तेजी के साथ बदल रहा है। एजेनिक आर्टिफिशल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल ने वास्तुकला से लेकर समस्त मशीनों के स्वत: कंट्रोल के क्षेत्र में एक युगांतरी परिवर्तन किया जा रहा है। उन्होंने छात्रों को एआई के विभिन्न क्षेत्रों में गहन प्राप्त कर अन्य क्षेत्रों में भी बड़े बदलाव लाने के लिए प्रेरित किया।
एजेनिक एआई में सही तर्क से काम करने की क्षमता
प्रथम व्याख्यान में आईबीएम बैंगलोर के ग्लोबल इंजीनियरिंग लीडर डॉ. मनु कुच्छल ने बताया कि कि एजेनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पारंपरिक एआई से अलग है। क्योंकि इसमें लंबी अवधि की योजना बनाने और सही तर्क के साथ काम करने की क्षमता है। दूसरे व्याख्यान में विशिष्ट विशेषज्ञ मनीष प्रताप सिंह ने डिजिटल इंटेलिजेंस और मानव इंटेलिजेंस के बीच मूलभूत अंतर पर प्रकाश डाला। कंप्यूटर विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गिरीश चंद्र, इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सुबोध वारिया आदि मौजूद रहे।
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