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नगर निगम मुख्यालय पर किसानों का प्रदर्शन Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) से जुड़े सैकड़ों किसानों ने सोमवार को लखनऊ नगर निगम मुख्यालय के बाहर पंचायत कर प्रदर्शन किया। किसानों ने नगर निगम के अधिकारियों पर उनके पशुओं को अवैध तरीके से जब्त करने का आरोप लगाया है। प्रदर्शन की पूर्व सूचना होने के कारण नगर निगम मुख्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया गया था, जिसके बाद किसानों ने हल्की बारिश के बीच ही बाहर बैठकर पंचायत शुरू कर दी। नगर निगम मुख्यालय के बाहर भारी संख्या में पुलिस के जवान भी तैनात है।
अवैध डेयरियों पर कोई कार्रवाई नहीं
भाकियू के जिला अध्यक्ष आलोक वर्मा ने कहा कि नगर निगम की पशु कल्याण टीम ने काकोरी के बरावन कला गांव में 11 सितंबर को किसानों की पांच भैंस और दो गायें जब्त कर लीं। इस कार्रवाई के दौरान एक गोवंश की पिटाई से मौत भी हो गई थी। किसानों पर 20 हजार रुपये प्रति पशु जुर्माना भरने का दबाव बनाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि गांव में चली रहीं अवैध डेयरियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। वर्मा ने कहा कि किसानों की अजीविका का साधन खेती और पशु हैं। आवास-विकास जमीन ले रही है और नगर निगम पशु। किसान पर दोहरी मार पड़ रही है। उन्होंने मांग की थी कि उनके जब्त किए गए जानवरों को तुरंत वापस किया जाए।
अधिकरियों के खिलाफ नारेबाजी
नगर निगम मुख्यालय पर बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर किसान, अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं। किसान नेताओं ने पशु कल्याण टीम की ओर से की गई कार्रवाई के लिए सीधे तौर पर नगर आयुक्त को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि नियम कानून सिर्फ किसानों के लिए बनाए गए हैं। क्षेत्र में अवैध डेरियां संचालित हैं, उनके खिलाफ नगर निगम कोई कार्रवाई नहीं करता। कहा कि वे तब तक यहां से नहीं हटेंगे जब तक मांगें पूरी नहीं हो जाती है।
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