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Crime News: बेरोजगार युवाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वालों का भंडाफोड़, पांच गिरफ्तार

आगरा में एसटीएफ ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया। पांच आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही अभ्यर्थियों के दर्जनों मूल दस्तावेज और वाहन बरामद हुए। गिरोह युवाओं को दस्तावेजों की हेराफेरी के जरिए नौकरी दिलाने का झांसा देता था।

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Shishir Patel
ake Job Racket

एसटीएफ ने पकड़ा फर्जी भर्ती रैकेट

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपी एसटीएफ ने नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार युवाओं से ठगी करने वाले एक संगठित गिरोह का पदार्फाश करते हुए पांच सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक दस्तावेज, मोबाइल फोन, वाहन और नकदी बरामद की गई है।

एसटीएफ ने अभ्यर्थियों के मूल दस्तावेज किये जब्त

गिरफ्तार आरोपियों की पहचान धर्मवीर उर्फ धर्मा गुर्जर, देवेंद्र सिंह, अनूप, हरेश पाठक और पारस चाहर के रूप में हुई है, जो सभी आगरा जिले के निवासी हैं। इनसे 6 आधार कार्ड, 4 पैन कार्ड, आर्मी वर्कशॉप प्रयागराज के 4 एडमिट कार्ड, हाईस्कूल-इंटर की अंकतालिकाएँ, जाति व निवास प्रमाण पत्र, वोटर आईडी, आईटीआई प्रमाण पत्र, मोबाइल फोन, कार (आई-20) और दो मोटरसाइकिलें बरामद की गईं।

गैंग के सभी पांच सदस्य आगरा से गिरफ्तार

एसटीएफ को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि यह गिरोह सीओडी व एसएससी और आर्मी बेस वर्कशॉप की भर्तियों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवकों से मोटी रकम वसूलता है। एसटीएफ फील्ड इकाई आगरा ने एएसपी राकेश के निर्देशन में कार्रवाई करते हुए अबूलाला दरगाह के पास न्यू आगरा थाना क्षेत्र से गैंग के सभी पांच सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।

ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं को बनाते थे अपना निशाना

पूछताछ में सरगना धर्मवीर ने बताया कि वे युवकों को यह कहकर फंसाते थे कि भर्ती परीक्षा में साल्वर बैठाकर पास करा देंगे या फिर दस्तावेजों की हेरफेर से नौकरी पक्की करा देंगे। असफल होने पर भी उम्मीदवारों के मूल दस्तावेज लौटा देने के नाम पर लिए गए पैसे वापस नहीं किए जाते थे। गिरोह के अन्य सदस्य ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर बेरोजगार युवकों को जाल में फंसाते थे।

गिरफ्तार अभियुक्त पर पहले से धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज

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गिरफ्तार आरोपी देवेंद्र सिंह पहले फर्जी दस्तावेजों से असम राइफल्स में भर्ती हो चुका था लेकिन जांच के दौरान पकड़े जाने पर नौकरी छोड़ भाग आया। वहीं धर्मवीर पर पहले से भी धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज है। गैंग के खिलाफ थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कर आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है।

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