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वाहन चोरी का खुलासा करतीं पुलिस।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता ।परीक्षा देने आए परीक्षार्थियों के वाहनों को निशाना बनाकर उनके मोबाइल, ज्वैलरी और अन्य कीमती सामान चोरी करने वाले एक गिरोह का थाना कृष्णानगर पुलिस ने खुलासा किया है। इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस ने उनके कब्जे से चोरी के मोबाइल फोन, आभूषण, एटीएम कार्ड, पहचान पत्र, नकद रुपये और एक स्कूटी बरामद की है। गिरोह के सदस्य परीक्षा केंद्रों के आसपास खड़ी स्कूटी व मोटरसाइकिलों की डिग्गी में रखे सामान को चुराकर फरार हो जाते थे।
गिरफ्तार सभी अभियुक्त लखनऊ के रहने वाले
गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों का नाम सैयद सैफ पुत्र सैयद मोहम्मद कमर, निवासी एलडीए कॉलोनी टिकैत राम तालाब, थाना बाजार खाला, लखनऊ, मयंक सोनकर पुत्र गोपाल सोनकर, निवासी 133/83 राजा होटल वाली गली, थाना अमीनाबाद, लखनऊ, रूपेश यादव पुत्र उदय बीर सिंह, निवासी एमएमआईजी 629/2 एलडीए कॉलोनी, राजाजीपुरम, लखनऊ है। तीनों अभियुक्तों को आज संगम विहार कॉलोनी अंडरपास से गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह का भंडाफोड़ उस समय हुआ जब दो अलग-अलग मामलों में परीक्षार्थियों की ओर से चोरी की शिकायतें दर्ज कराई गई थीं।
नौ जून व चार जुलाई को चोरी की घटना को दिया था अंजाम
9 जून को परीक्षा देने आई प्रियंका शुक्ला की स्कूटी की डिग्गी से ज्वैलरी और अन्य सामान चोरी हो गया। जब पीड़िता ने विरोध किया, तो अभियुक्तों ने उसे धक्का देकर मौके से फरार हो गए। इस संबंध में थाना कृष्णानगर पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसी प्रकार से 4 जुलाई को परीक्षा देने आए मो. वैश निवासी अमेठी के मोबाइल फोन और दो बैंक एटीएम कार्ड स्कूटी से चोरी हो गए। बाद में उनके एटीएम कार्ड और सिम का दुरुपयोग करते हुए उनके खाते से लगभग 1,30,000 की आॅनलाइन ठगी कर ली गई। इस मामले में थाना कृष्णानगर पर मुकदमा दर्ज किया गया। इन दोनों घटनाओं के खुलासे के लिए थाना कृष्णानगर पुलिस ने 4 टीमों का गठन किया। पुलिस टीमों ने घटनास्थल के सीसीटीवी फुटेज खंगाले और गुप्त सूचना के आधार पर अभियुक्तों की तलाश शुरू की। लगातार निगरानी और सटीक सूचना के बाद तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस पूछताछ में गिरोह के सरगना सैयद सैफ ने कबूल किया कि उन्होंने ही अपने साथियों के साथ मिलकर परीक्षार्थियों की स्कूटी व बाइक की डिग्गी से मोबाइल फोन, गहने और अन्य सामान चोरी किए। चोरी किए गए सामान को बाद में बेचा गया और उससे मिली रकम आपस में बांट ली गई। बरामद की गई स्कूटी के बारे में सैयद सैफ ने बताया कि वह उन्होंने फिनिक्स मॉल के पास से चोरी की थी और उसी का प्रयोग अपराधों के दौरान आने-जाने के लिए किया जा रहा था। इसके अलावा, आरोपियों ने चोरी के डेबिट कार्ड से आॅनलाइन शॉपिंग और बिल भुगतान भी किया था। अभियुक्त परीक्षा केंद्रों के बाहर वाहनों पर नजर रखते थे। जैसे ही कोई परीक्षार्थी परीक्षा देने जाता, वे स्कूटी या बाइक की डिग्गी को खोलकर उसमें रखा मोबाइल, गहने, पहचान पत्र, एटीएम कार्ड आदि चोरी कर लेते थे। बाद में चोरी किए गए एटीएम कार्ड का इस्तेमाल आॅनलाइन ठगी में करते थे।
इनके कब्जे से भारी मात्रा में चोरी का माल हुआ बरामद
इनके कब्जे से तीन मोबाइल फोन, एक सोने की चैन, एक जोड़ी कान के टॉप्स, एक पैन कार्ड, एक वोटर कार्ड, दो डेबिट कार्ड, एक चोरी की स्कूटी , 730 नकद रुपये बरामद किया गया। सैयद सैफ के खिलाफ पहले भी लखनऊ, बाराबंकी व प्रयागराज में चोरी, धोखाधड़ी व आईटी एक्ट से संबंधित 8 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। मयंक सोनकर पूर्व में मोबाइल रिपेयरिंग का काम करता था। रूपेश यादव डेंटल कार्ट कंपनी में वर्क फ्रॉम होम के तहत चैट सपोर्ट एक्जीक्यूटिव था। गिरोह के सफल भंडाफोड़ पर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी लखनऊ ने थाना कृष्णानगर की पुलिस टीम को 15,000 के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया।
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