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चोरी की घटनाओं का खुलासा करतीं पुलिस।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता । बिना नंबर प्लेट के आटो से बंद घरों की रेकी करने के बाद चोरी की घटनाओं को अंजाम देने वाले गिरोह को जानकीपुरम पुलिस ने पर्दाफाश करते हुए चार अभिुयक्तों को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से भारी मात्रा में चोरी को माल भी बरामद किया है। इस पूरे गिरोह में एक सोनार भी शामिल है जो चोरी के ज्वैलरी को खरीदने का काम करता रहा, उसे भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही 18 जून को पेट्रोल पंप मालिक के घर हुई चोरी भी इन्हीं द्वारा की गई थी।
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चोरी के गहनों को गलाकर तैयार करते थे आभूषण
एडीसीपी उत्तरी जितेंद्र दुबे ने बताया कि पेट्रोल पंप मालिक दुर्गेश कुमार मिश्रा के घर चोरी के खुलासे के लिए थाना पुलिस के साथ क्राइम टीम को लगाया गया था। सीसीटीवी, सर्विलांस और मुखबिर की मदद से पारा निवासी गैंग लीडर राहुल गुप्ता, अलीगंज सेक्टर सी निवासी रामू रावत, उन्नाव के सोहरामऊ निवासी विमलेश कुमार और पारा बादल खेड़ा निवासी सुनार राजीव रस्तोगी को गिरफ्तार किया गया। गैंग लीडर राहुल ने पुलिस को बताया कि चोरी का सामान ज्वैलर्स को बेच देते थे। जिसको वह गला कर अन्य आभूषण तैयार कर लेता था।
कोई ट्रेस न कर सके इसलिए आटो पर नहीं लगाते थे नंबर प्लेट
पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि गिरोह के सदस्य आॅटो से घूम-घूम कर बंद घरों की रेकी करते थे। वाहन पर नेम प्लेट नहीं लगाते थे, जिससे कोई उनको ट्रेस नहीं कर सके। चोरी करके माल को आपस में बांट लेते थे। पुलिस जांच में सामने आया कि गैंग लीटर राहुल गुप्ता पर 15, रामू पर 5, विमलेश के ऊपर 10 मुकदमे दर्ज हैं। इन लोगों ने लखनऊ के साथ ही आसपास के जिलों में भी चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। इनके पास से 4.08 लाख रुपए, लाखों की कीमत के चांदी-सोने चांदी के जेवर, 50 चांदी के सिक्के, आॅटो रिक्शा बरामद हुआ है।
पेट्रोल पंप स्वामी परिवार के साथ गया था बाहर
जानकीपुरम खरगपुर जागीर के रहने वाले दुर्गेश कुमार मिश्रा का सीतापुर रोड पर मिश्रा ब्रदर्स नाम से पेट्रोल पंप है। दुर्गेश 28 मई को अपने परिवार के साथ बहन सरिता के घर बेंगलुरु गए थे। जहां से 18 जून को लौटने पर चोरी की जानकारी हुई। जब वह घर पहुंचे थे तो मुख्य दरवाजा की कुंडी टूटी मिली थी। हालांकि लॉक सही था। इसके बाद लॉक खोलकर अंदर गए तो कमरे का लॉक टूटा मिला और सारा सामान बिखरा था। दुर्गेश कुमार ने बताया था कि घर में उनका और भाई राम मनोहर मिश्रा का परिवार रहता है। घर में करीब एक करोड़ के पुस्तैनी जेवर सहित नए जेवर रखे थे। इसके अलावा 2.5 लाख की नगदी रखी थी। जिसे चोर लेकर चले गए।
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