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वृक्षारोपण अभियान के क्रियान्वयन को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संवाद करते सीएम योगी Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कहा कि 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान सफलता की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। मुख्यमंत्री ने रविवार को वृक्षारोपण अभियान (Tree Plantation Drive) के क्रियान्वयन के लिए प्रदेश के सभी महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख, जिला पंचायत सदस्य, ब्लॉक पंचायत सदस्य, पार्षद, सभासद एवं ग्राम प्रधानों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि 2017 के पहले प्रदेश में जंगल घट रहे थे। विगत आठ वर्ष में प्रयासों के माध्यम से प्रदेश का वन आच्छादन 9 से बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया है। आज हरित आवरण वृद्धि में उत्तर प्रदेश, देश में दूसरे स्थान पर है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2017 से 2024 के बीच हरित आवरण में 5 लाख एकड़ की वृद्धि हुई है। वहीं वर्ष 2021 से 2023 के बीच वनावरण एवं वृक्षावरण में 1 लाख 38 हजार एकड़ की वृद्धि हुई है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि 2017 से 2023 तक हरित आवरण में कुल 3.38 लाख एकड़ की ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है।
ग्लोबल वार्मिंग मानवजाति के लिए बड़ी समस्या
सीएम योगी ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग भविष्य में जीव जंतु ही नहीं बल्कि संपूर्ण मानवजाति के लिए बड़ी समस्या बन सकता है। इससे भविष्य में भूस्खलन, अत्यधिक वर्षा, बाढ़ आदि की समस्याएं देखने को मिल सकती हैं। उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि इसके लिए जरुरी है कि जलवायु का संतुलन बना रहे। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कार्बन उत्सर्जन को 2070 तक नेट जीरो तक ले जाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके लिए व्यापक वन आच्छादन आवश्यक है। किसानों को प्रेरित करें वह अपने खेत की मेड़ पौधरोपण करें। इससे कार्बन क्रेडिट के अंतर्गत सर्वे के बाद उन्हें पांच डॉलर का भुगतान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कार्बन क्रेडिट के तहत पिछले वर्ष किसानों को 32 लाख 80 हजार रुपए का भुगतान किया गया था। इस वर्ष सात मंडलों- देवीपाटन, अयोध्या, झांसी, मीरजापुर, कानपुर, वाराणसी और अलीगढ़ के हजारों किसानों को 42 लाख 20 हजार रुपए का भुगतान किया जाएगा।
नदियों का पुनरोद्धार आवश्यक
मुख्यमंत्री योगी ने नदियों के पुनरोद्धार पर जोर देते हुए कहा जब धरती मां सुरक्षित रहेंगी तो हम सुरक्षित रहेंगे। इसके दृष्टिगत नदियों का पुनरोद्धार आवश्यक है। इस दिशा में भी जनप्रतिनिधियों को अभियान बनाकर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सहजन में प्रोटीन एवं विटामिन का भंडार है। पौधरोपण अभियान के तहत कुपोषित परिवारों को सहजन का पौध दिया जा रहा है। इससे राष्ट्रीय पोषण अभियान को भी बल मिलेगा।
किसान खेत की मेड़ पर करें पौधरोपण
पर्यावरण एवं वन मंत्री डॉक्टर अरुण कुमार सक्सेना ने कहा कि ग्लोबल वार्मिंग के कारण दुनिया का तापमान बढ़ता जा रहा है। आज गर्मी में नौतपा की बजाय पूरे माह में गर्मी पड़ रही है। इसका कारण कार्बन डाइऑक्साइड में वृद्धि होना है। इससे वर्षा ,बाढ़ में वृद्धि देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि हम सभी लोग अपने घरों में फल के पेड़ जरूर लगाए। सभी नागरिक, सरकारी कर्मचारी, एक पेड़ के मां के नाम पर अवश्य लगाए और इसकी सुरक्षा और संरक्षण पर ध्यान दें। प्रदेश के सभी किसान खेत में मेड़, मेड़ पर पेड़, योजना की तर्ज पर पेड़ अवश्य लगाएं। इससे उनके कृषि उत्पादकता पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। किसानों को मेड़ पर पेड़ लगाने पर 5 वर्ष पूर्ण होने पर किसानों को कार्बन सीक्वेंसिंग के लिए प्रोत्साहन की धनराशि प्राप्त होगी। नदियों तालाब के किनारे वृक्षारोपण करे। नगर निगम के पार्क के साथ ही अन्य स्थान पर पेड़ लगाए।
प्रदेश के इतिहास में अभी तक सर्वाधिक पौधारोपण
मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जनप्रतिनिधियों से कहा कि वृक्षारोपण महा अभियान का शुभारंभ 9 जुलाई से होगा। वर्ष 2017 से वर्ष 2024 तक लगभग 204 करोड़ पौधे लगाए गए हैं। उत्तर प्रदेश के इतिहास में अभी तक सर्वाधिक पौधारोपण है। वन विभाग द्वारा लगभग 45 करोड़ पौधे तैयार किए गए हैं। इस दौरान आगरा की महापौर हेमलता दिवाकर, वाराणसी के महापौर अशोक तिवारी, संभल के बबराला नगर पंचायत के अध्यक्ष हर्ष वर्धन, जालौन के जिला पंचायत अध्यक्ष घनश्याम अनुरागी एवं अन्य जन प्रतिनिधियों से उनकी तैयारीयों का हाल जाना। सभी ने कहा कि उनकी तैयारियां पूरी हैं।
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