लखनऊ वाईबीएन संवाददाता। पर्यटन विभाग ने भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के सात अधिकारियों को प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थलों और विकास योजनाओं से अवगत कराया। यह कार्यक्रम 22 मई को पर्यटन निदेशालय में आयोजित हुआ, जिसमें विशेष सचिव ईशा प्रिया और पर्यटन निदेशक प्रखर मिश्रा ने विस्तृत रूप से प्रस्तुति दी। अधिकारियों को उत्तर प्रदेश की नई पर्यटन नीति-2022, 12 प्रमुख टूरिज्म सर्किट, इत्र के लिए प्रसिद्ध कन्नौज तथा ग्रामीण पर्यटन की संभावनाओं के बारे में बताया गया। आईएफएस अधिकारियों ने पर्यटन विभाग के आयोजित फैमिलियाराइजेशन ट्रिप (फैम ट्रिप) की सराहना की और इसे सराहनीय पहल बताया।
वैश्विक प्रचार के लिए प्रतिबद्धता
बैठक में एकीकृत योजना के माध्यम से राज्य के पर्यटन स्थलों को और अधिक आकर्षक, सुगम बनाने की संभावनाओं पर चर्चा की गई। विभिन्न देशों में कार्यरत अधिकारियों ने अपने अनुभव भी साझा किए। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विविध और आकर्षक स्थलों का भंडार है। हम इन स्थलों को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं। विशेष रूप से उन उल्लेखनीय बुनियादी ढांचागत विकासों और विश्वस्तरीय सेवाओं को ध्यान में रखते हुए, जो अब अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों के लिए उपलब्ध हैं। उत्तर प्रदेश पर्यटन की ओर से किए जा रहे कार्य सराहनीय हैं।
यूपी पर्यटन नीति की ली जानकारी
पर्यटन विभाग की ओर से आईएफएस अधिकारियों को उत्तर प्रदेश पर्यटन नीति से विस्तार से अवगत कराया गया। साथ ही अनुरोध किया गया कि उनकी नियुक्ति जिस देश में भी हो, वहां उत्तर प्रदेश पर्यटन का प्रचार—प्रसार करने में सहयोग दें। उन्हें बताया गया कि विभिन्न देशों में लगने वाले व्यापार मेले, ट्रेड शो आदि में भी उत्तर प्रदेश पर्यटन पवेलियन के माध्यम से प्रचार-प्रसार निरंतर कर रही है।
काशी कॉरिडोर से बुद्ध सर्किट योजनाओं की प्रस्तुति
भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों को 'मिड कैरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम' के तहत उत्तर प्रदेश में संचालित प्रमुख योजनाओं जैसे- काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र, बुद्ध सर्किट, एक जनपद एक उत्पाद (ओडीओपी) सहित अन्य सांस्कृतिक व धार्मिक स्थलों की जानकारी दी गई। इसके अलावा, पर्यटन विकास, सांस्कृतिक संरक्षण तथा विश्व मंच पर राज्य की सकारात्मक छवि निर्माण की दिशा में किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी बताया गया।
यूपी बना वैश्विक पर्यटन मानचित्र का हिस्सा
इस विशेष आयोजन में भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी- सौम्या गुप्ता, वेद प्रकाश सिंह, राहुल कुमार राकेश, धर्मेंद्र सिंह, गौरव गुप्ता, विवेक सिंह, अनन्या अग्रवाल शामिल हुए। आईएफएस अधिकारियों ने कहा, 'उत्तर प्रदेश अब केवल आध्यात्मिक या ऐतिहासिक स्थलों के लिए ही नहीं, बल्कि वैश्विक पर्यटन गंतव्यों में भी तेजी से पहचान बना रहा है। उन्होंने कहा, अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए एक रणनीतिक प्रचार-प्रसार अभियान की आवश्यकता है, जिसे गंभीरता और दूरदर्शिता के साथ क्रियान्वित किया जाना चाहिए।' इसके अलावा, राज्य सरकार और पर्यटन विभाग उत्तर प्रदेश की MICE (मीटिंग्स, इंसेंटिव्स, कॉन्फ्रेंसेज़ और एग्ज़ीबिशन्स) क्षमता को भी मजबूती से आगे बढ़ा रहे हैं।
वैश्विक मंच पर चमक रहा उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा की उत्तर प्रदेश अपनी अद्वितीय सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक संपदा के साथ वैश्विक स्तर पर सराहा जाने वाला पर्यटन स्थल बनकर उभरा है। यह इस बात का संकेत है कि उत्तर प्रदेश न केवल ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से समृद्ध है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी विशिष्ट पहचान बना रहा है। भारतीय विदेश सेवा के अधिकारियों द्वारा दिए जाने वाले बहुमूल्य सुझावों और विचारों को ठोस पहलों में परिवर्तित करने के प्रयास किए जाएंगे।'
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