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Crime News: झारखंड से लखनऊ तक फैला मोबाइल चोरी और साइबर ठगी का अंतरराज्यीय रैकेट बेनकाब, 46 मोबाइल बरामद, मासूम बच्चों से कराते थे चोरी

साइबर क्राइम टीम और गाजीपुर थाने की संयुक्त कार्रवाई में एक बड़े अंतरराज्यीय साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया गया।यह गिरोह भीड़-भाड़ वाले इलाकों से मोबाइल चोरी कर, उनमें मौजूद सिम कार्ड्स का दुरुपयोग कर बैंक खातों से लाखों रुपये की साइबर ठगी करता था।

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Shishir Patel
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मोबाइल चोरी कर करोड़ों की साइबर ठगी करने वाला गिरोह का भंडाफोड़।

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता

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भीड़-भाड़ वाली जगहों से मोबाइल चोरी कर करोड़ों की साइबर ठगी को अंजाम देने वाले झारखंड के तीनपहाड़ स्थित एक अंतरराज्यीय गिरोह का लखनऊ पुलिस की संयुक्त टीम ने पर्दाफाश किया है। गिरोह के चार शातिर अपराधी गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि तीन नाबालिगों को संरक्षण में लिया गया है। इनके कब्जे से चोरी किए गए कुल 46 स्मार्टफोन बरामद किए गए हैं, जिनका इस्तेमाल बैंक खातों से साइबर ठगी में होता था।

साइबर क्राइम सेल और थाना गाजीपुर की बड़ी कामयाबी

साइबर क्राइम सेल लखनऊ और थाना गाजीपुर की संयुक्त टीम ने तीनपहाड़ (झारखंड) से जुड़े एक बड़े साइबर अपराध गिरोह का पर्दाफाश किया। पुलिस ने गिरोह के 4 शातिर ठगों को गिरफ्तार किया और 3 नाबालिगों को संरक्षण में लिया है। इनके कब्जे से कुल 46 मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं, जिन्हें चोरी कर ठगी में प्रयोग किया जा रहा था।

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मोबाइल चोरी से लेकर साइबर ठगी तक की सुनियोजित साजिश

गिरोह के सदस्य बड़े शहरों की सब्जी मंडी, बाजार, मेला जैसे भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर अपने नाबालिग साथियों की मदद से मोबाइल चोरी कराते थे। मासूम बच्चों को इसलिए इस्तेमाल किया जाता था क्योंकि उन पर आसानी से कोई शक नहीं करता, और पकड़े जाने पर लोग डांट-फटकार कर छोड़ देते थे।चोरी के तुरंत बाद फोन को साइलेंट या फ्लाइट मोड पर डालकर बंद कर दिया जाता था। इसके बाद एक सुरक्षित जगह पर जाकर फोन का लॉक तोड़ा जाता, और सिम निकालकर ठगी के लिए इस्तेमाल किया जाता।

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सिम से लिंक बैंक खातों पर हमला

फोन के भीतर पड़े सिम कार्ड को किसी अन्य मोबाइल में डालकर उससे जुड़ी बैंकिंग जानकारी निकाली जाती थी। यदि फोन में बैंकिंग एप्स या UPI लिंक होता था, तो उसी के जरिए गिरोह के सदस्य फर्जी खातों में पैसे ट्रांसफर कर लेते थे। जिनका पासवर्ड या लॉक नहीं खुलता था, उन्हें गिरोह के अन्य तकनीकी एक्सपर्ट्स की मदद से खोला जाता था।

गिरफ्तार अपराधियों की पहचान

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-शुभम कुमार महतो (26 वर्ष), निवासी – बाबूपुर, तीनपहाड़, झारखंड

-सोनू महतो (26 वर्ष), निवासी – बाबूपुर, तीनपहाड़, झारखंड

-राजकुमार राय (21 वर्ष), निवासी – सुतियाल पाढ़ा, तीनपहाड़, झारखंड

-जोनू कुमार (23 वर्ष), निवासी – कजरेली, भागलपुर, बिहार

संरक्षण में लिए गए बाल अपराधी

-दुर्गा कुमार महतो (14 वर्ष) – बाबूपुर, झारखंड

-शुभम नोनिया (13 वर्ष) – असनसोल, पं. बंगाल

-धीरज कुमार महतो (13 वर्ष) – बाबूपुर, झारखंड

ठगी का खुलासा एक शिकायत से हुआ

थाना गाजीपुर क्षेत्र की मुलायमनगर सब्जी मंडी से देशराज नामक व्यक्ति का Infinix Note-40 Pro फोन चोरी हुआ था। कुछ ही दिनों में फोन से जुड़े कैनरा बैंक खाते से ₹1,99,999 की अनाधिकृत निकासी हो गई। साइबर सेल में सीसीएन 1802/2025 के तहत शिकायत दर्ज की गई थी, जिसकी जांच के दौरान गिरोह का खुलासा हुआ।गिरफ्तार अपराधियों के पास से कुल 46 मोबाइल फोन बरामद हुए, जिनमें अधिकतर ब्रांडेड और महंगे स्मार्टफोन थे। इनमें कई के IMEI नंबर भी नहीं मिले, जो यह दर्शाता है कि उन्हें पूरी तरह से “हैक” किया जा चुका था।

साइबर क्राइम से बचाव के उपाय

-भीड़-भाड़ वाली जगहों पर फोन को सुरक्षित और नजरों में रखें।

-फोन में SIM Lock एक्टिव करें ताकि किसी अन्य फोन में डालने पर पिन मांगे।

-स्क्रीन लॉक को मजबूत पासवर्ड, फेसलॉक, या फिंगरप्रिंट से सुरक्षित करें।

-फोन चोरी होते ही तुरंत SIM बंद कराने के लिए टेलीकॉम कंपनी से संपर्क करें।

-UPI/नेट बैंकिंग से जुड़े किसी भी लिंक को सावधानी से एक्सेस करें।

 

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पुलिस आयुक्त लखनऊ के अभियान की सफलता

यह कार्रवाई पुलिस आयुक्त लखनऊ के निर्देश पर साइबर क्राइम पर नकेल कसने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत की गई। संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध), पुलिस उपायुक्त (अपराध), सहायक पुलिस आयुक्त साइबर क्राइम, तथा प्रभारी साइबर टीम के समन्वय से यह सफलता प्राप्त हुई।

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