लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने कोलकाता के लॉ कालेज में छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में प्रतिक्रया दी है। उन्होंने घटना की निंदा करते हुए कहा कि महिला स्मिता के प्रति यह सबसे बड़ा अपराध है। 10 महीने पहले कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में छात्रा के साथ दरिंदगी हुई थी। दुखद है कि फिर इस तरह घटना हुई। उन्होंने कहा विधि छात्रा के साथ हैवानियत से पहले लॉ कॉलेज के कैंपस में तृणमूल कांग्रेस की बैठक थी।
आरोपितों को मिले सख्त सजा
अपर्णा यादव ने कहा कि मुझे बहुत आश्चर्य है कि वहां एक महिला मुख्यमंत्री हैं और फिर भी ऐसा हो रहा है। मेरी मांग यही है कि पीड़ित बेटी को न्याय मिले। आरोपितों को सख्त सजा दी जाए। टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी के बयान पर उन्होंने कहा कि इस बात से इनकार नहीं कर जा सकता कि वहां मौजूद गार्ड ने मदद नहीं की। यह जांच का विषय है। अगर महिला मुख्यमंत्री की मौजूदगी में ऐसी घटनाएं हो रही हैं तो लोगों को सरकार बदलनी चाहिए।
यूपी से सीख ले बंगाल सरकार
आयोग की उपाध्यक्ष ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार को यूपी की कानून व्यवस्था से सीख लेनी चाहिए। प्रदेश में इस तरह के अपराधों पर आरोपितों का एनकाउंटर किया गया है। कई मामलों में दोषियों को फांसी की सजा भी दी गई है। मिशन शक्ति का ज्वलंत उदाहरण है। राज्य में महिला सशक्तीकरण की बात नहीं करती उसे उसे पर अमल भी करती है। इसके विपरीत ममता सरकार महिला सुरक्षा में पूरी तरह विफल रही है।
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