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मंत्री बेबी रानी मौर्य हादसा: पीआरओ ने ठेकेदार और ट्रक चालक पर कराया मुकदमा दर्ज

आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर हुए हादसे में मंत्री बेबी रानी मौर्य बाल-बाल बच गई थीं। अब उनके पीआरओ आशीष सिंह ने नसीरपुर थाने में ठेकेदार और ट्रक चालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।

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Shishir Patel
Baby Rani Maurya Accident

मंत्री बेबी रानी मौर्य हादसा

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर पांच दिन पहले हुए सड़क हादसे में प्रदेश की महिला कल्याण एवं बाल विकास मंत्री बेबी रानी मौर्य बाल-बाल बच गई थीं, जबकि उनकी सरकारी फॉर्च्यूनर गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी। अब मंत्री के पीआरओ आशीष सिंह ने इस मामले में नसीरपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। एफआईआर में एक्सप्रेसवे निर्माण कार्य में लापरवाही और ट्रक चालक की गलती को हादसे का मुख्य कारण बताया गया है।

23 अक्टूबर को हुआ था हादसा

जानकारी के मुताबिक, 23 अक्टूबर की रात मंत्री बेबी रानी मौर्य हाथरस से लखनऊ जा रही थीं। यात्रा के दौरान जब उनका काफिला फिरोजाबाद जिले के नसीरपुर थाना क्षेत्र के पास पहुंचा, तो एक्सप्रेसवे पर डायवर्जन के कारण दोनों दिशाओं का ट्रैफिक एक ही लेन से चल रहा था। मौके पर रोशनी कम थी और संकेतक (साइन बोर्ड व रिफ्लेक्टर) पर्याप्त नहीं थे।इसी दौरान मंत्री के आगे चल रहे ट्रक का टायर अचानक फट गया और वह अनियंत्रित होकर सीधे मंत्री की फॉर्च्यूनर से टकरा गया। हादसे में वाहन बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, हालांकि गनीमत रही कि मंत्री समेत सुरक्षाकर्मी और स्टाफ सुरक्षित रहे।

ठेकेदार और ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा

मंत्री के पीआरओ आशीष सिंह ने नसीरपुर थाने में दी तहरीर में यूपीडा (UPIDA) द्वारा डायवर्जन साइट पर अपर्याप्त संकेतक और सुरक्षा व्यवस्था न होने का आरोप लगाया है। तहरीर में कहा गया है कि कोई चेतावनी बोर्ड, रिफ्लेक्टिव साइनेज या रोड सेफ्टी मार्कर नहीं लगाए गए थे, जिससे यह दुर्घटना हुई।इसके साथ ही, ट्रक चालक पर भी खराब हालत में वाहन चलाने और लापरवाही से ड्राइविंग करने का आरोप लगाया गया है।

पुलिस ने शुरू की जांच

सीओ सिरसागंज अनिमेश कुमार ने बताया कि मामले में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपों की जांच की जा रही है। ठेकेदार और ट्रक चालक की भूमिका की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और मंत्री को सुरक्षित दूसरे वाहन से लखनऊ रवाना किया गया। घटना के बाद से ही एक्सप्रेसवे निर्माण कार्यों में सुरक्षा मानकों पर सवाल उठने लगे हैं।

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