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कुलियों ने किया प्रदर्शन।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता । रेलवे के आधुनिकीकरण और निजीकरण के बीच कुलियों की आजीविका संकट गहराता जा रहा है। इसी को लेकर राष्ट्रीय कुली मोर्चा के आह्वान पर मंगलवार को पूरे देश में कुलियों ने प्रदर्शन किया और सभी रेलवे मंडलों में डीआरएम को पत्रक सौंपकर सरकार से रोजगार और सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।लखनऊ में कुली प्रतिनिधियों ने हजरतगंज स्थित उत्तर रेलवे कार्यालय पहुंचकर डीआरएम को ज्ञापन दिया। इसी तरह नागालैंड, त्रिपुरा जैसे सुदूर क्षेत्रों तक में भी यह आंदोलन देखने को मिला।
रेल मंत्री अश्विन वैष्णव के संसद में दिए उस बयान पर भी सवाल उठाए
राष्ट्रीय कुली मोर्चा के कोऑर्डिनेटर राम सुरेश यादव ने बताया कि रेलवे बोर्ड ने पहले ही सभी डीआरएम को नौ बिंदुओं पर जांच के आदेश दिए थे, लेकिन दो महीने बीत जाने के बावजूद कई मंडलों में जांच शुरू ही नहीं हुई। वहीं कुछ जगहों, जैसे धनबाद और भुसावल मंडल में बिना कुलियों की बात सुने ही रिपोर्ट भेज दी गई। यह कुलियों के साथ नाइंसाफी है।राम सुरेश यादव ने कहा कि कुलियों को रेलवे में ग्रुप-डी की नौकरी, नियमित रोजगार, बच्चों की शिक्षा, परिवार के लिए स्वास्थ्य सुविधा, वर्दी, विश्राम गृह जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने रेल मंत्री अश्विन वैष्णव के संसद में दिए उस बयान पर भी सवाल उठाए, जिसमें कहा गया था कि कुलियों को सभी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
आयुष्मान कार्ड तक नहीं बने हैं और विश्राम गृह बदहाल
उन्होंने स्पष्ट किया कि जमीनी स्तर पर कुलियों को न तो बच्चों की पढ़ाई के लिए कोई व्यवस्था मिल रही है और न ही स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ। आयुष्मान कार्ड तक नहीं बने हैं और विश्राम गृह बदहाल हैं।राष्ट्रीय कुली मोर्चा का कहना है कि संविधान हर नागरिक को गरिमामय जीवन का अधिकार देता है और सरकार को कुलियों के रोजगार और सुरक्षा सुनिश्चित करनी ही होगी।देशभर में आज हुए कार्यक्रमों का नेतृत्व रमेश ठाकुर, अनिल सांवले, राजकुमार यादव, शेख रहमतुल्लाह, चंदेश्वर मुखिया, रामबाबू बिलाला, राजकृष्ण कुशवाह, दिगम्बर यादव, जयलाल भगत, अरुण कुमार यादव, दिनेश मुखिया, उमेश शर्मा, राहुल कुमार, भारत भूषण, शिवराम सहित कई कुली नेताओं ने किया।
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