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Lucknow Crime: खुलेआम मारपीट, तीन भाइयों पर लाठी-डंडों से हमला, गांव में हंगामा, दो की हालत गंभीर

लखनऊ के बिजनौर थाना क्षेत्र के परवर पश्चिम गांव में 'गुंडा टैक्स' न देने पर तीन भाइयों पर लाठी-डंडों से हमला किया गया। दो की हालत गंभीर है। पुलिस पर एफआईआर दर्ज न करने का आरोप लगा, जिसके बाद सैकड़ों ग्रामीणों ने थाने का घेराव कर हंगामा किया।

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Shishir Patel
Lucknow violence

बिजनौर थाना परिसर से लेकर मुख्य सड़क तक लोगों की जबरदस्त भीड़ लगी रही।

लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।  राजधानी के बिजनौर थाना क्षेत्र के परवर पश्चिम गांव में गुरुवार शाम की घटना ने पूरे गांव को दहला दिया। लगभग छह बजे ग्रामीणों के सामने चाट व अंडे की दुकान पर बैठे परवेश और उनके भाई सर्वेश व उमेश पर भीड़ ने अचानक हमला कर दिया। आरोप है कि हमलावरों ने बिना 'गुंडा टैक्स' देने के बहाने दुकान लगाने की मनाही की और विरोध पर लाठी-डंडों से पिटाई शुरू कर दी। मारपीट में सर्वेश व उमेश गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश हो गए । परवेश और उनकी मां परवती ने भी बचाते समय चोटें आईं।

रिपोर्ट न दर्ज करने पर भड़के ग्रामीण, किया हंगामा 

घटना के बाद परवर सहित आस-पास के ग्रामीण और अनुसूचित संख्या में लोग बिफर उठे। पीड़ितों ने पहले थाने जाकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन आरोप है कि पुलिस ने शुरुआत में रिपोर्ट दर्ज करने में आनाकानी की। इस पर गुस्साए ग्रामीणों और स्थानीय लोगों का हुजूम बढ़ता गया और लगभग 500 लोग बिजनौर थाने पर इकट्ठा होकर जोरदार नारेबाजी करने लगे। बताया जाता है कि कुछ बीजेपी कार्यकर्ता और स्थानीय विधायक राजेश्वर सिंह के समर्थक भी मौके पर पहुंचे और आरोपपत्र की पुष्टि के बाद मामला गरमा गया।

अमित राजपूत व उनके परिवार पर हमला किया था

पीड़ित परवेश का आरोप है कि घातक हमला कथित ग्राम प्रधान के केके सिंह तथा उनके साथियों शिवकुमार सिंह, कृष्ण कुमार (केके), रामकुमार, विष्णु, विक्की, पुष्पेंद्र, धीरेंद्र, और अन्य ने मिलकर किया। परवेश का कहना है कि केके सिंह अवैध खनन, वसूली व ‘गुंडा टैक्स’ की छापेमारी चला रहे हैं और उनके द्वारा कई परेशानियां गांव में पनपी हुई हैं। परवेश ने आगे कहा कि इसी गिरोह ने पहले भी आज ही अमित राजपूत व उनके परिवार पर हमला किया था।

माहौल बिगड़ने पर कई थानों की बुलानी पड़ी फोर्स

थाना परिसर में हालात बिगड़ने पर एसीपी कृष्णानगर और आसपास के थानों की पुलिस फोर्स बुलानी पड़ी। चार घंटे तक प्रशासन व पुलिस मौके पर लोगों को समझाने का प्रयास करती रही, तब तक लोगों का आक्रोश शांत नहीं हुआ। बाद में विधायक के हस्तक्षेप और आश्वासनों के बाद आन्दोलन थमने पर आखिरकार पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर घायलों को सीएचसी सरोजनी नगर में भर्ती कराया। पुलिस ने घटनास्थल से संबंधित एक प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

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आरोप प्रत्यारोप के बीच पुलिस ने कहा है कि तफ्तीश जारी

स्थानीय लोग बताते हैं कि विवाद की जड़ परवेश के पिता चुन्नी के नाम पर पट्टे वाले तालाब के जमीन के आसपास की पुरानी रंजिश है। कथित तौर पर वही भूमि विवाद समय-समय पर टकराव का कारण बनी रही है। परवर ने आरोप लगाया कि जब वे जमीन के अधिकार पर सवाल उठाते थे तो दबंगों ने धमकियाँ दीं और आज उन धमकियों को अमल में ला दिया गया।गाँव में बढ़ते तनाव और आरोप प्रत्यारोप के बीच पुलिस ने कहा है कि तफ्तीश जारी है और आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। वहीं ग्रामीणों का कहना है कि सार्थक कार्रवाई होने तक वे शांति बनाए रखेंगे पर न्याय की मांग पर अड़े रहेंगे।

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