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फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाने वाले गिरफ्तार।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। एसटीएफ उत्तर प्रदेश को कूटरचित दस्तावेज के आधार पर सैकड़ों अपात्र व्यक्तियों का आयुष्मान कार्ड बनाने वाले संगठित गिरोह के मास्टर माइंड सहित दो अभियुक्तों को नवाबगंज प्रयागराज से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त हुई।गिरफ्तार अभियुक्तों का नाम अमित पाण्डेय पुत्र शिवविशाल पाण्डेय निवासी सेराना पाण्डेय का पुरवा थाना नवाबगंज जनपद प्रयागराज । शिक्षा एमए, (मास्टरमाइंड),बृजभुवन पटेल पुत्र रामसुफल पटेल निवासी पसियापुर थाना सौरांव जनपद प्रयागराज । शिक्षा-इंटरमीडिएट है।इनके कब्जे से दो मोबाइल फोन,84 फर्जी व कूटरचित आयुष्मान कार्ड,112 वर्क कूटरचित आयुष्मान कार्ड से सम्बन्धित डेटा, 284 वर्क फर्जी व कूटरचित आयुष्मान कार्ड से सम्बन्धित व्हाट्सएप चैटिंग के स्कीनशाट, एक एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड,एक आधार कार्ड , एक आईडी कार्ड प्रार्ची हास्पिटल प्रयागराज तथा 9 रूपये 690 नकद बरामद किया है।
एसटीएफ ने मास्टरमाइंड समेत दो को प्रयागराज से दबोच लिया
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को विगत काफी समय से कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से अपात्र व्यक्तियों का कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनाये जाने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की एक टीम जानकारी करने में जुटी थी। इसी क्रम में ज्ञात हुआ कि जनपद प्रयागराज में कुछ व्यक्तियों द्वारा कूटरचित दस्तावेजों के माध्यम से अपात्र व्यक्तियों के नाम से आयुष्मान कार्ड बनाये जा रहे हैं। उपरोक्त प्रकरण पर तकनीकी विशेषज्ञता के आधार पर विश्लेषण एवं मुखबिर के माध्यम से सूचना संकलित करते हुए 17 जून को एसटीएफ टीम द्वारा उपरोक्त संगठित गिरोह के मास्टरमाइंड सहित दो अभियुक्तों को थाना क्षेत्र नवाबगंज प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया।
आयुष्मान कार्ड फर्जी तरीके से बेनीफिशरी के माध्यम से बनाता था
गिरफ्तार अभियुक्त अमित पाण्डेय ने पूछताछ में बताया कि मैने वर्ष 2020-21 में डि.ई.ए.स. (डिजिटल इंडिया आत्मा निर्भर स्कीम) द्वारा सी.स.सी. (जनसेवा केन्द्र) का लाइसेन्स आनलाइन अप्लाई कर प्राप्त किया था। सीएससी पर ही मुझे आयुष्मान कार्ड बनाने की आईडी प्राप्त हुई थी। मैने 2021-22 मे अपनी आईडी से पात्र लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये। वर्ष 2022 मे मेरी सीएससी आईडी बंद हो गयी। इसके बाद मैं लोगों के आयुष्मान कार्ड फर्जी तरीके से बेनीफिशरी के माध्यम से बनाता था। वर्ष-2024 में फेसबुक ग्रुप के माध्यम से मै सुनित मंडल पटना बिहार से जुड़ गया। सुनित ने बताया कि अगर तुमको किसी अपात्र व्यक्ति का आवश्यकतानुसार आयुष्मान कार्ड बनवाना होगा, तो मैं उसका कार्ड बना सकता हूँ इसके एवज में मैं तुमसे रू 3500-5000 लूंगा। मैंने अपने मामा के दोस्त संदीप पाण्डेय, बृजभुवन पटेल आदि के माध्यम से आयुष्मान कार्ड से जुडे हास्पिटल के कुछ लोगों से सम्पर्क किया। मैने उनसे कहा कि जो अपात्र व्यक्ति आयुष्मान कार्ड बनवाना चाहते हैं उन व्यक्तियों से प्रत्येक कार्ड का रू 12000-15000 लेकर हमको उपलब्ध कराओ, उनका आयुष्मान कार्ड बन जायेगा।
प्रत्येक कार्ड के हिसाब से मिलता था 3500-5000 रुपए
इसी क्रम में प्रदेश के विभिन्न जनपदों से लोग मुझसे सम्पर्क कर यूपीआई के माध्यम से पेमेंट कर अपात्र लोगों के कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनवाने लगे। जिन अपात्र लोगो के कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनाना होता है उनके आधार कार्ड, फैमिली आईडी व जिले का नाम मैं सुनित मंडल को व्टसएप कर देता हूँ। सुनित मण्डल उसको दूसरे की फैमिली में एड करके उसका आयुष्मान कार्ड तैयार करता है। जिसका आयुष्मान कार्ड बनना होता है उसके आधार कार्ड से लिंक मोबाइल नम्बर पर ओटीपी आती है, उस ओटीपी को मै सूमित मण्डल को बता देता हूँ। दूसरी ओटीपी फैमिली के मुखिया के मोबाइल नम्बर पर जाती है। दूसरी ओटीपी सुनित कैसे प्राप्त करता है इसकी मुझे जानकारी नहीं है। सुनित मंडल द्वारा एक से दो दिन के अन्दर कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनाकर मुझे भेज दिया जाता है। कुछ आयुष्मान कार्ड मैं खुद भी डाउनलोड कर लेता हूँ। कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनवाने के एवज में मैं सुनित मंडल को प्रत्येक कार्ड के हिसाब से रू 3500-5000 यूपीआई के माध्यम से देता हूँ। मैंने अब तक सुनित मंडल के माध्यम से लगभग
भारी मात्रा में अपात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनवाकर उनसे अवैध धन अर्जित कर चुके
200 फर्जी आयुष्मान कार्ड बनवाये है। अभियुक्त बृजभुवन ने पूछताछ में बताया कि अमित पाण्डेय के कहने पर हम लोग कूटरचित आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए अपात्र व्यक्तियों के आधार कार्ड एवं प्रति व्यक्ति रू 12000/- लेते हैं, जिसके एवज में अमित हम लोगों को कमीशन के रूप में रूपये देता है। एक दो दिन बाद सुनित मंडल अपात्र व्यक्तियों के कूटरचित आयुष्मान कार्ड उपलब्ध करा देता है। जिनका प्रयोग कर अपात्र लोगों का इस योजना के तहत इलाज कराया जाता है। इस प्रकार हम लोग अभी तक भारी मात्रा में अपात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनवाकर उनसे अवैध धन अर्जित कर चुके है।प्राप्त जानकारी के अनुसार इस गिरोह द्वारा पिछले दो वर्षों में लगभग 200 कूटरचित आयुष्मान कार्ड अनाधिकृत तरीके से बनवाये गये है। कूटरचित आयुष्मान कार्ड के माध्यम से अपात्र लोगो द्वारा इलाज कराकर सरकार के राजस्व को क्षति पहुंचायी गयी है। अभियुक्तों द्वारा दी गयी जानकारी के माध्यम से गिरोह के अन्य सदस्यो की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं। अभियुक्तों से बरामद इलेक्ट्रानिक उपकरणों का फारेंसिक परीक्षण कराया जायेगा।उपरोक्त गिरोह के विरूद्ध थाना नवाबगंज जनपद प्रयागराज में मुकदमा दर्ज किया जा रहा है।
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