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वांछित पवन कुमार उर्फ बंटी गिरफ्तार
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।उत्तर प्रदेश आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) को छात्रवृत्ति घोटाले के खिलाफ चलाए जा रहे गिरफ्तारी अभियान में एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। 24 करोड़ रुपए के बहुचर्चित अल्पसंख्यक छात्रवृत्ति घोटाले में वांछित अभियुक्त पवन कुमार उर्फ बंटी को अाज जनपद हाथरस के अर्जुनपुर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया।
घोटाले का पुराना इतिहास
यह घोटाला वर्ष 2011 से 2013 की अवधि में हाथरस जिले के 62 प्राइवेट विद्यालयों के प्रबंधकों द्वारा अंजाम दिया गया था। आरोप है कि इन स्कूल प्रबंधकों ने जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी और बैंकों के अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर भारत सरकार द्वारा अल्पसंख्यक छात्रों को दी जाने वाली प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति की धनराशि — लगभग 24 करोड़ रुपए — का गबन किया।इस मामले में थाना मुरसान, जनपद हाथरस में वर्ष 2014 में मु0अ0सं0 191/2014 के तहत धारा 409, 419, 420, 467, 468, 471 भादंवि में मुकदमा दर्ज किया गया था। प्रारंभिक जांच थाना मुरसान द्वारा की गई, लेकिन वर्ष 2016 में उत्तर प्रदेश शासन ने इसकी विवेचना ईओडब्ल्यू को सौंप दी।
अब तक की कार्रवाई
ईओडब्ल्यू की जांच में अब तक कुल 81 अभियुक्तों को छात्रवृत्ति गबन का दोषी पाया गया है, जिनमें से 31 अभियुक्तों के विरुद्ध आरोप पत्र न्यायालय को प्रेषित किए जा चुके हैं। इस मामले में पूर्व जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी हाथरस को भी पूर्व में गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
पवन कुमार उर्फ बंटी की भूमिका
गिरफ्तार अभियुक्त पवन कुमार उर्फ बंटी, निवासी अर्जुनपुर थाना चंदपा, जनपद हाथरस, दो स्कूलों —बाबा जाहिर पीर मदरसा, अर्जुनपुर भटेला शिव चरण इंटर कॉलेज, अर्जुनपुर का प्रबंधक था।आरोप है कि पवन कुमार ने अन्य अधिकारियों के साथ दुरभि संधि कर अपने विद्यालयों में फर्जी अल्पसंख्यक छात्रों के नाम दर्ज करवाए और उनके नाम पर लाखों रुपए की छात्रवृत्ति प्राप्त की। इन धनराशियों को हड़प लिया गया।ईओडब्ल्यू की टीम ने अभियुक्त पवन कुमार को आज गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ व आगे की विधिक कार्रवाई की जा रही है। अधिकारी इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि घोटाले की राशि कहां-कहां और कैसे खर्च की गई या छिपाई गई।
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