लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। मैनपुरी में कथित भाजपा नेत्री के बेटे के वायरल हुए 130 अश्लील वीडियो को लेकर यूपी में सियायत तेज हो गई है। सपा, बसपा और कांग्रेस ने इस प्रकरण को लेकर भाजपा को घेरा है। खासतौर पर सपा प्रमुूख अखिलेश यादव ने बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने इस प्रकरण को ‘नारी-वंदना अभियान’ की सच्चाई बताते हुए पार्टी की कथनी और करनी में फर्क का उदाहरण करार दिया। वहीं, भाजपा ने भी पलटवार करते हुए अखिलेश यादव को गंभीर मुद्दों पर ट्वीट करने की नसीहत दी है।
महिला नेत्री भाजपा से नहीं जुड़ी
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में ने साफ किया कि जिसे भाजपा नेत्री बताया जा रहा है, वह पार्टी से नहीं जुड़ी हैं। काफी समय पहले उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निष्कासित कर दिया गया था। पर्यटन मंत्री ने कहा कि अश्लील वीडियो के प्रकरण में महिला थाना और कोतवाली में मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जयवीर सिंह ने अखिलेश यादव को गंभीर मुद्दों पर ट्वीट करने की नसीहते देते हुए कहा कि विपक्ष सिर्फ माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है।
ये है पूरा मामला
कथित भाजपा नेत्री की पुत्रवधू ने अपने पति और उसकी प्रेमिका के अश्लील वीडियो इंटरनेट पर वायरल कर दिए। जिससे हड़कंप मच गया। इससे पहले उसने पति पर दहेज उत्पीड़न का केस भी दर्ज कराया था। प्रसारित वीडियो में भाजपा नेत्री का पुत्र एक युवती के साथ आपत्तिजनक हालत में दिख रहा है। युवती ने भी थाने में तहरीर देकर आरोप लगाया कि उसके मोबाइल से वीडियो चुराकर उन्हें सोशल मीडिया पर डाला गया। फिलहाल पुलिस केस दर्ज कर मामले की तफ्तीश क रही है।
अखिलेश यादव ने क्या कहा?
सपा प्रमुख ने शुक्रवार को एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भाजपाई नेताओं और उनके परिजनों के कुकृत्यों के सिलसिलेवार खुलासों की कड़ी में मैनपुरी से ‘130 वीडियो’ का महाभंडाफोड़, भाजपाइयों के कुख्यात कर्नाटक कांड से टक्कर लेता दिख रहा है। ये खुलासा तो मैनपुरी के भाजपाइयों के घर से ही हुआ है, इसलिए इसका आरोप भाजपा की आईटी सेल विपक्ष पर भी नहीं डाल सकती।
यही हाल रहा तो महिलाएं भाजपाइयों के सायों से भी चार हाथ दूर हटकर चलने लगेंगी और भाजपा की महिला विंग में सन्नाटा छा जाएगा और कोई भी महिला अपने मान-सम्मान की परवाह करते हुए भाजपा से दूर ही रहेगी और उनके परिवारवाले भी उनको भाजपाइयों से दूर ही रखेंगे।
अब जनता को समझ आया कि भाजपा जब अपने को ‘पार्टी विद ए डिफ़रेंस’ कहती है तो वो किस मामले में ‘डिफ़रेंट’ है। इस क्षेत्र में भाजपा का न कोई मुक़ाबला है और न ही इस मामले में कोई भाजपाइयों से मुक़ाबला करना चाहेगा। इस क्षेत्र की महारत और क़ाबिलियत भाजपा को ही मुबारक। भाजपा के ‘नारी-वंदना अभियान’ का सच क्या यही है?
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