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छांगुर बाबा गिरफ्तार।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता । उत्तर प्रदेश एटीएस ने धर्मांतरण जैसे संवेदनशील मामले में वांछित चल रहे 50 हजार रुपये के इनामी अभियुक्त जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके साथ उसकी महिला सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को भी पकड़ा गया है। दोनों को न्यायालय से रिमांड पर लेकर जिला कारागार भेज दिया गया है।
डरा धमका कर इसके द्वारा कराया जा रहा था धर्म परिवर्तन
थाना एटीएस, गोमतीनगर इसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज था। इस मामले में आरोप है कि जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा द्वारा संगठित रूप से अपने गिरोह के साथ मिलकर हिन्दू और गैर-मुस्लिम समुदाय के गरीब, असहाय मजदूरों, विधवा महिलाओं और कमजोर वर्ग के लोगों को बहलाकर, आर्थिक मदद का लालच देकर, शादी का झांसा देकर और कभी-कभी डरा-धमकाकर धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था।
दो अभियुक्तों को पहले ही भेजा जा चुका है जेल
जांच में यह सामने आया कि यह गिरोह सुनियोजित तरीके से संवेदनशील धार्मिक मुद्दों के साथ खिलवाड़ कर समाज में वैमनस्य फैलाने की कोशिश कर रहा था। इस संगठित गिरोह से जुड़े दो अन्य अभियुक्त नवीन उर्फ जमालुद्दीन और महबूब पुत्र जलालुद्दीन को पहले ही 8 अप्रैल को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। अभियुक्त जलालुद्दीन की गिरफ्तारी के लिए न्यायालय से गैर-जमानती वारंट भी लिया गया था और उस पर 50 हजार का इनाम घोषित किया गया था।
अन्य संभावित अभियुक्तों की तलाश जारी
कई महीनों की सतत निगरानी और सुरागों के आधार पर अंतत: आज जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी महिला सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को गिरफ्तार कर लिया गया। दोनों को आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के तहत रिमांड पर जिला कारागार लखनऊ भेजा गया है। प्रकरण में साक्ष्यों के आधार पर विवेचना जारी है और अन्य संभावित अभियुक्तों की तलाश भी जारी है।
छांगुर बाबा गैंग के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण तथ्य
ग्राम मधपुर, थाना उतरौला, जनपद बलरामपुर में पीर साहब, नसरीन, जमालुददीन, महबूब आदि के नाम से कई संदिग्ध व्यक्तियों के रहने, विदेशी फण्डिंग से एक साल के अन्दर करोड़ों रुपये की संपत्ति- शोरूम, बंगला, लग्जरी गाडिया क्रय किये जाने सम्बन्धी शिकायत प्राप्त हुई थी । जांच से ज्ञात हुआ कि जमालुददीन उर्फ छांगुर बाबा पुत्र करीमउल्ला शाह, नि० ग्राम रेहरा माफी, थाना गैंडास बुजुर्ग हाल पता-ग्राम मधपुर थाना कोतवाली उतरौला जनपद बलरामपुर विगत तीन-चार वर्षों से उपरोक्त पते पर नवीन घनश्याम रोहरा रोहरा निवासी मुंबई नवीन की पत्नी नीतू नवीन रोहरा, पुत्री समाले नवीन रोहरा के साथ रहता था ।
ब्रेनवाश करके छांगुर शाह द्वारा इस्लाम धर्म स्वीकार कराया गया
तीनों व्यक्ति मूलरूप से सिंधी है जिनका ब्रेनवाश करके छांगुर शाह द्वारा इस्लाम धर्म स्वीकार करने के लिये उत्प्रेरित किया गया। इस्लाम धर्म स्वीकार करने के उपरान्त तीनों ने अपने नाम क्रमश: जमालुद्दीन, नसरीन व सबीहा रख लिया था, जिनके साथ छांगुर बाबा ग्राम मधपुर में चांद औलिया दरगाह के बगल में रह रहा है, जो अपने को पीर बाबा व सूफी बासफा हजरत बाबा जलालुददीन कहता है जिसके द्वारा शिजर-ए-तैय्यबा नाम से एक पुस्तक भी छपवा रखी है जिसके माध्यम से इस्लाम धर्म का प्रचार-प्रसार करता है ।
प्रेमजाल में फंसकर धर्म परिवर्तन कराना
लखनऊ निवासी गुंजा गुप्ता पुत्री अवधेश कुमार गुप्ता को अबू अंसारी द्वारा कपटपूर्वक छद्म हिन्दू नाम अमित रखकर प्रेम जाल में फँसाकर छांगुर शाह के पास दरगाह ले गया जहां नीतू उर्फ नसरीन, नवीन उर्फ जमालुददीन आदि द्वारा गुन्जा गुप्ता का ब्रेनवाश करके खुशहाल जीवन का प्रलोभन देकर इस्लाम धर्म स्वीकार कराकर, अलीना अंसारी नाम रख दिया गया।
धर्म परिवर्तन कराने के लिए यह धनराशि तय
हिन्दू धर्म के ब्राहम्ण, सरदार अथवा क्षत्रिय की लडकी को इस्लाम स्वीकार कराने पर पन्द्रह-सोलह लाख रुपए, पिछडी जाति की लडकी के लिये दस से बारह लाख रुपएं व अन्य जाति की लड़कियों को आठ से दस लाख रुपए निर्धारित की गई थी । गैंग के सदस्यों के द्वारा लगभग 40 बार इस्लामिक देशों में यात्रा किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है । गैंग के सदस्यों द्वारा खुद के नाम एवं अलग-अलग संस्थाओं के नाम से 40 से भी ज्यादा खाते खुलवाए गए थे, जिनमे लगभग 100 करोड़ रुपये की धनराशि का लेन देन हुआ है ।
धमकी देकर धर्म परिवर्तन का दबाव बनाना
इस गैंग के प्रमुख सदस्य छांगुर बाबा, महबूब, पिंकी हरिजन, हाजिरा शंकर, एमेन रिजवी (कथित पत्रकार), सगीर, नीतू रोहरा आदि के द्वारा गरीब व असहाय व्यक्तियों को धर्मान्तरण के लिए टारगेट करते है एवं बात न मानने पर अभियोग पंजीकृत कराकर दबाव बनाते है । प्राप्त जानकारी के अनुसार आजमगढ़ के थाना देवगांव में छांगुर बाबा के सहयोगियों / रिश्तेदारों के विरुद्ध अवैध धर्मांतरण के आरोप में मुकदमा पंजीकृत है ।
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