लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता
राजधानी के चारबाग रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को उस वक्त बवाल मच गया जब एक लोको पायलट और कैंटीन इंचार्ज के बीच कहासुनी हाथापाई में बदल गई। बात इतनी बढ़ गई कि कैंटीन के कर्मचारियों ने लोको पायलटों पर लाठियों और वाइपर से हमला कर दिया। इस घटना के विरोध में लोको पायलटों ने स्टेशन पर धरना शुरू कर दिया और रेल प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
क्या है पूरा मामला
मुरादाबाद मंडल से आए कुछ लोको पायलट मंगलवार सुबह करीब 10:30 बजे चारबाग स्टेशन स्थित रनिंग रूम कैंटीन में खाना खाने पहुंचे थे। लोको पायलटों ने अपने साथ लाया हुआ राशन देकर खाना बनाने को कहा, लेकिन कैंटीन इंचार्ज ने मना कर दिया और कहा कि "जो बना है वही खाओ।" इस पर दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई।
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थप्पड़ से शुरू हुई मारपीट
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक बहस के दौरान कैंटीन इंचार्ज ने एक लोको पायलट को थप्पड़ जड़ दिया। इसके बाद माहौल बिगड़ गया और बात हाथापाई तक पहुंच गई। मौके पर रनिंग रूम के इंचार्ज भी पहुंचे, जिन पर भी मारपीट में शामिल होने का आरोप लगा है। कुछ ही देर में कैंटीन के लगभग 20 कर्मचारियों ने वाइपर और डंडों से लोको पायलटों की पिटाई कर दी।
धरने पर बैठे लोको पायलट, की प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी
मारपीट के बाद गुस्साए लोको पायलट कैंटीन परिसर में ही धरने पर बैठ गए। उन्होंने रेल प्रशासन और लखनऊ प्रशासन के खिलाफ "हाय-हाय" के नारे लगाए। लोको पायलटों का आरोप है कि 14 घंटे की ड्यूटी के बाद उन्हें खाना नहीं दिया गया और विरोध करने पर पीटा गया।
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पहुंचे अधिकारी, हुई बैठक
घटना की जानकारी मिलते ही एडीआरएम, एनआरएमयू के मंडल मंत्री राकेश पांडेय और अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों और कर्मचारियों के बीच हुई बैठक में लोको पायलटों ने आरोपियों पर एफआईआर दर्ज कराने और रनिंग रूम के इंचार्ज को हटाने की मांग की।एनआरएमयू मंत्री राकेश पांडेय ने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि कैंटीन ठेकेदार से बातचीत हो चुकी है और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए RPF सुरक्षा तथा आने-जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था भी की जाएगी।
पांच घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल
इस पूरे घटनाक्रम के बाद स्टेशन पर करीब पांच घंटे तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। आखिरकार अधिकारियों के आश्वासन के बाद लोको पायलटों ने अपना धरना समाप्त किया।