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वन्य जीव अंगों की अवैध तस्करी करने वाले दो गिरफ्तार।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने अन्तर्राज्यीय स्तर पर सक्रिय वन्य जीव तस्करी गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए आरोपियों की पहचान शक्ति कुमार (निवासी हाजीपुर, वैशाली, बिहार) और राकेश (निवासी नजरपुर, थाना पुराकलन्दर, अयोध्या) के रूप में हुई है। गिरफ्तार आरोपियों के पास से 1.350 किलो पैंगोलिन की खाल, दो मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड और 2000 रुपये नकद बरामद हुए। पैंगोलिन वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972 की अनुसूची-1 में संरक्षित प्रजाति है और विलुप्ति के कगार पर है।
एसटीएफ को काफी दिनों से थी इनकी तलाश
एसटीएफ को बीते कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि वन्य जीव अंगों की अवैध तस्करी के लिए एक संगठित गिरोह सक्रिय है। इस पर पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ लखनऊ अवनीश्वर चन्द्र श्रीवास्तव के पर्यवेक्षण में टीम गठित की गई। निरीक्षक संतोष कुमार सिंह और उपनिरीक्षक फैजुद्दीन सिद्दीकी के नेतृत्व में एसटीएफ व वन विभाग की संयुक्त टीम ने अयोध्या के नाका क्षेत्र स्थित फर्स्ट च्वाइस गेस्ट हाउस में दबिश देकर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
बरामद पैंगोलिन की खाल आरोपियों ने मध्य प्रदेश से खरीदी थी
पूछताछ में आरोपियों ने स्वीकार किया कि उनका गिरोह बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश सहित कई राज्यों में फैला है। वे स्थानीय तस्करों से वन्य जीव या उनके अंग खरीदते हैं और ऊंचे दामों पर सप्लाई करते हैं। बरामद पैंगोलिन की खाल आरोपियों ने मध्य प्रदेश से खरीदी थी, जिसे वे बंटी नामक व्यक्ति को सौंपने के लिए अयोध्या लाए थे। वन विभाग ने दोनों के खिलाफ केस वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972 के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। यह कार्रवाई न केवल एसटीएफ की सतर्कता को दशार्ती है बल्कि यह भी बताती है कि दुर्लभ प्रजातियों की रक्षा के लिए अन्तर्राज्यीय स्तर पर किस तरह संगठित गिरोह सक्रिय हैं।
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