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तीस लाख की ठगी करने वाला गिरफ्तार।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) उत्तर प्रदेश ने वर्ष 1997 में फर्जी गैस कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले मुख्य आरोपी को 28 साल बाद गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अभियुक्त का नाम प्रमोद कुमार पुत्र विश्वनाथ, निवासी जनपद कानपुर नगर बताया गया है। आरोपी को ईओडब्ल्यू कानपुर टीम ने गिरफ्तार किया है।
फर्जी कंपनी एचपी ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड बनाई थी
मामला वर्ष 1997 का है, जब प्रमोद कुमार ने अपने साथियों के साथ मिलकर भारत सरकार की अधिकृत फर्म “भारत गैस एंड कॉर्पोरेशन लिमिटेड” के नाम से मिलती-जुलती फर्जी कंपनी एचपी ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड बनाई थी। इस फर्जी कंपनी के नाम पर उन्होंने भारत गैस के लोगो और मोनोग्राम का अवैध प्रयोग किया और अखबारों में झूठे विज्ञापन प्रकाशित कराए कि कंपनी डीलर और डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने जा रही है।इन विज्ञापनों के जरिये उन्होंने लोगों को झांसे में लेकर उनसे लगभग 30 लाख रुपये की धनराशि ठग ली। जब ठगी का मामला सामने आया तो वर्ष 2010 में थाना कोतवाली, कानपुर नगर में कुल 22 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया।
विवेचना के दौरान सभी 22 अभियुक्तों को दोषी पाया गया
शुरुआती विवेचना जनपद स्तर पर हुई, लेकिन बाद में शासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 01 सितंबर 2010 को विवेचना आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन (EOW) को सौंप दी, जिसे ईओडब्ल्यू कानपुर सेक्टर ने अपने हाथ में लिया। विवेचना के दौरान सभी 22 अभियुक्तों को दोषी पाया गया, जिनमें से अब तक चार अभियुक्तों के खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया जा चुका है।
शेष 17 अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही
पुलिस महानिदेशक, ईओडब्ल्यू उत्तर प्रदेश के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत कानपुर टीम ने फरार अभियुक्त प्रमोद कुमार को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। अधिकारी ने बताया कि शेष 17 अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है और जल्द ही उन्हें भी न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।ईओडब्ल्यू की इस कार्रवाई से पुराने आर्थिक अपराधों में फरार चल रहे आरोपियों में हड़कंप मच गया है।
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