/young-bharat-news/media/media_files/2025/09/17/lucknow-traffic-jam-2025-09-17-12-37-15.jpg)
लखनऊ में कुछ इस तरह से आये दिन लगता है जाम।
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता।राजधानी के चारबाग से लेकर मवैया तिराहे तक आए दिन लगने वाले लंबे जाम की सबसे बड़ी वजह डग्गामार वाहन और परिवहन विभाग की बसें मानी जा रही हैं। ट्रैफिक व्यवस्था दुरुस्त रखने के लिए पुलिस कमिश्नर अमरेन्द्र सेंगर लगातार ट्रैफिक पुलिस व थानों-चौकियों पर तैनात अधिकारियों को निर्देश जारी करते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर हालात में कोई खास सुधार देखने को नहीं मिल रहा।
अवध बस स्टैंड जैसे इलाकों में स्थिति सबसे खराब
जानकारी के लिए बता दें कि चारबाग, आलमबाग, कैसरबाग और अवध बस स्टैंड जैसे इलाकों में स्थिति सबसे खराब है। यहां डग्गामार वाहनों की भरमार रहती है। वहीं परिवहन विभाग की बसों के चालक सड़क किनारे बस खड़ी करके सवारियां भरते हैं, जिससे सड़क पर लंबी कतारें लग जाती हैं और जाम की स्थिति पैदा हो जाती है।इस अव्यवस्था से आम लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है। इसके बाद भी जाम से निपटने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है।
लखनऊ में जाम की समस्या हुई आम pic.twitter.com/OmVwmQhmAv
— shishir patel (@shishir16958231) September 17, 2025
जाम के चलते एंबुलेंस समय पर नहीं पहुंच पाती अस्पताल
जाम में फंसने से एंबुलेंस समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाती, दफ्तर जाने वाले कर्मचारियों को देर हो जाती है, कोर्ट कचहरी की तारीखें छूट जाती हैं, ईंधन की बर्बादी होती है और समय भी जाया होता है। इसके अलावा भीड़भाड़ में जेबकतरे भी सक्रिय हो जाते हैं, जिससे मोबाइल, चैन और यात्रियों का सामान चोरी होने की घटनाएं बढ़ जाती हैं।पुलिस को अपने जरूरी काम छोड़कर जाम छुड़ाने में लगना पड़ता है। ऐसे में आवश्यक है कि जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए ठोस कदम उठाएं।
यह भी पढ़ें : Crime News: डीजीपी राजीव कृष्ण ने किया रेलवे सुरक्षा जागरूकता अभियान का अनावरण