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यूपी सरकार का दावा : किसानों के लिए पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध, इस साल 39.40 लाख मीट्रिक टन की हुई बिक्री

उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को दावा किया कि प्रदेश में किसानों के लिए पर्याप्त  उर्वरक उपलब्ध  है। विपक्षी दलों के आरोपों को कृषि विभाग के आंकड़े निरंतर झुठला रहे हैं।

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Deepak Yadav
Sufficient fertilizers

किसानों के लिए पर्याप्त उर्वरक उपलब्ध Photograph: (google)

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लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार को दावा किया कि प्रदेश में किसानों के लिए पर्याप्त  उर्वरक उपलब्ध  है। विपक्षी दलों के आरोपों को कृषि विभाग के आंकड़े निरंतर झुठला रहे हैं। खरीफ सत्र-2025 में किसानों को बिना किसी अतिरिक्त मूल्य के उर्वरक उपलब्ध हो रहा है। निर्धारित मूल्य (एमआरपी) पर किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराया जा रहा है। इसकी कालाबाजारी, जमाखोरी, ओवररेटिंग और टैगिंग करने वाले  आसामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। 

यूपी में तेजी से बढ़ी उर्वरकों की बिक्री 

प्रदेश में किसानों तक उर्वरकों की बिक्री काफी बढ़ी है। खरीफ सत्र 2025 में सोमवार (11 अगस्त) तक 39.40 लाख मीट्रिक टन उर्वरक की बिक्री की जा चुकी है। जबकि विगत वर्ष (खरीफ सत्र 2024) में 11 अगस्त तक यह बिक्री 33.42 लाख मीट्रिक टन रही। इस सत्र में अभी तक 5.98 लाख मीट्रिक टन से अधिक की बिक्री उर्वरकों की हो चुकी है। यह बिक्री शेष समय में और तेजी से बढ़ेगी। इस पर भी पूरे प्रयास किए जा रहे हैं।  

उर्वरक (2025 व 2024) 

यूरिया : प्रदेश में विगत वर्ष (खऱीफ 2024 सत्र) में यूरिया की मांग 38 लाख मीट्रिक टन थी। खरीफ सत्र 2025 में इसकी रिक्वायरमेंट 39.92 लाख मीट्रिक टन है। 11 अगस्त 2025  तक 28.98 लाख मीट्रिक टन यूरिया की बिक्री भी की जा चुकी है। 
2025 – बिक्री- (11 अगस्त)- 28.98 लाख मीट्रिक टन 
2024- (11 अगस्त)- 24.53 लाख मीट्रिक टन  

डीएपी : प्रदेश में खरीफ सत्र 2024 में डीएपी की मांग 9.05 लाख मीट्रिक टन थी। 2025 में यह बढ़कर 10 लाख मीट्रिक टन हुई। 11 अगस्त तक इसकी बिक्री 5.11 लाख मीट्रिक टन की जा चुकी है। 
2025- बिक्री- (11 अगस्त)- 5.11 लाख मीट्रिक टन 
2024- बिक्री- (11 अगस्त)- 5.02 लाख मीट्रिक टन

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एनपीके (नाइट्रोजन, फ़ॉस्फोरस व पोटेशियम मिश्रण) : प्रदेश में खरीफ सत्र 2024 में एनपीके की मांग छह लाख मीट्रिक टन थी। इसकी बिक्री 1.88 लाख मीट्रिक टन रही, जो इस सत्र में बढ़कर 11 अगस्त तक 2.25 लाख मीट्रिक टन है। 
2025- बिक्री (11 अगस्त)- 2.25 लाख मीट्रिक टन 
2024-बिक्री- (11 अगस्त)-1.88 लाख मीट्रिक टन 

4- एमओपी (म्यूरेट ऑफ पोटाश) : प्रदेश में खरीफ सत्र-2024 में एमओपी की मांग 0.47 लाख मीट्रिक टन थी। इस वर्ष बढ़कर यह 1.25 लाख मीट्रिक टन हो गई है। पिछले साल इसकी बिक्री 0.23 लाख मीट्रिक टन रही। इस वर्ष अभी 11 अगस्त तक ही 0.43 लाख मीट्रिक टन बिक्री हो गई है। 
2025- बिक्री (11 अगस्त)- 0.43 लाख मीट्रिक टन
2024- बिक्री- (11 अगस्त)-0.23 लाख मीट्रिक टन 

5- एसएसपी (सिंगल सुपर फॉस्फेट) : पिछले खरीफ सत्र में 11अगस्त तक एसएसपी की बिक्री जहां  1.76 लाख मीट्रिक टन थी। वहीं 2025 में इसकी बिक्री बढ़कर अब तक 2.63 लाख मीट्रिक टन हो चुकी है। 
2025- बिक्री (11 अगस्त)- 2.63 लाख मीट्रिक टन
2024- बिक्री (11 अगस्त)-  1.76 लाख मीट्रिक टन

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