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विधानसभा में सपा विधायक ने उठाया बेसिक शिक्षा का मुद्दा Photograph: (YBN)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपी विधानमंडल मानसून सत्र में मंगलवार को जौनपुर से सपा विधायक पंकज पटेल में बेसिक शिक्षा का मुद्दा उठाते हुए सरकार से तीखे सवाल किए। उन्होंने सरकार के आकंड़ों का हवाला देते हुए कहा कि प्रदेश में 1,04,93,389 छात्र-छात्राओं का नामांकन हुए हैं। उसके सापेक्ष 3,33,590 अध्यापक हैं। इस हिसाब से अभी भी 11202 शिक्षकों की कमी है। इसे पहले के आंकड़े बेहद निराश करने वाले हैं। 2024-25 में एक करोड़ 52 लाख विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था। उससे पहले 2022-23 और 2024 में 1 करोड़ 74 लाख और 2023-23 में एक करोड़ 92 लाख छात्र-छात्राओं का नामांकन हुआ था।
शिक्षकों भर्ती होने पर स्कूल मर्जर की जरूरत नहीं पड़ती
सपा विधायक ने कहा कि प्रदेश में पिछले चार सालों में प्रदेश में 88 लाख बच्चों ने प्राइमरी स्कूल जाना बंद कर दिया है। शिक्षक भर्ती की बात कई बार उठाई गई। लेकिन सरकार मुकर गई। शिक्षकों की भर्ती नहीं होने से एक शिक्षक पर 70 बच्चों का भार बढ़ा। इसकी वजह से बच्चे सरकारी स्कूलों में जाना छोड़ रहे हैं। शिक्षकों की भर्ती होने पर बेरोजगारी दर कम हो जाती और स्कूल मर्जर की जरूरत ही नहीं पड़ती।
यह गलती नहीं, सुनियोजित अपराध
पंकज पटेल ने कहा कि यह शासन-प्रशासन की गलती नहीं बल्कि सुनियोजित अपराध है। सरकार ने मासूम बच्चों के सपनों को छीन लिया। इसे सबसे ज्यादा प्रभावित दलित और पिछले वर्ग के बच्चे हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकार पिछड़ों और दलितों का अशिक्षित रखकर गुलाम बनाना चाहती है। उन्होंने पूछा कि सरकार शिक्षकों की भर्ती कब करेगी। प्राथमिक विद्यालय में छह की जगह चार साल में बच्चों का नामांकन में करने का विचार कब किया जाएगा।
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UP Assembly Monsoon Session | Pankaj Patel