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असम पुलिस द्वारा वापस खदेड़े गए बांग्लादेशी घुसपैठियों का फाइल फोटो। Photograph: (सोशल मीडिया)
लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। यूपीए सरकार में योजना आयोग की सदस्य रहीं और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित सैयदा हामिद के असम पर दिए गए बयान को लेकर राजनीतिक बवाल खड़ा हो गया है। सैयदा हामिद ने अपने बयान में असम में बांग्लादेशी मुस्लमानों के बसने की वकालत की थी और असम को राक्षस जैसा होना बताया था। अब यूपी सरकार के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सैयदा हामिद और कांग्रेस पर जमकर हमला किया है।
असम को राक्षसों की भूमि कहने का अक्षम्य पाप किया
केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि गांधी परिवार की खास चहेती व कांग्रेस सरकार में योजना आयोग की सदस्य रहीं सैयदा हमीद ने महान संत श्रीमंत शंकरदेव जी की पुण्यभूमि असम को राक्षसों की भूमि कहने का अक्षम्य पाप किया है। उन्होंने कहा कि वीर सेनापति लचित बोरफुकन ने कभी इस भूमि को क्रूर औरंगजेब की राक्षसी मुगल फौजों से बचाया था। डिप्टी सीएम ने कहा कि कांग्रेस के लंबे शासन में असम, बांग्लादेशी घुसपैठियों की शरणस्थली बन गया था। अब इस राज्य में भाजपा की हिमंता सरकार घुसपैठियों को खदेड़ कर 'असमिया' अस्मिता वापस ला रही है, तब सैयदा हमीद घुसपैठियों की खाला जान बन गईं, जो समूचे पूर्वोत्तर को निगलकर ग्रेटर बांग्लादेश बनाने का ख्वाब पाले थे, लेकिन यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार ने उनका यह सपना चकनाचूर कर दिया है। इसलिए सैयदा हमीद और उनका आका परिवार तिलमिला रहा है।
गांधी परिवार की ख़ास चहेती व कांग्रेस सरकार में योजना आयोग की सदस्य रही सैयदा हमीद ने महान संत श्रीमंत शंकरदेव जी की पुण्यभूमि असम को राक्षसों की भूमि कहने का अक्षम्य पाप किया है। वीर सेनापति लचित बोरफुकन ने कभी इस भूमि को क्रूर औरंगजेब की राक्षसी मुग़ल फौजों से बचाया था।…
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) August 27, 2025
असम कभी ऐसा नहीं था....राक्षस जैसा हो गया है : सैयदा हमीद
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बीते दिनों सैयदा हमीद ने एक प्रतिनिधिमंडल के साथ असम का दौरा किया। इसमें सैयदा के अलावा हर्ष मंदर, वजाहत हबीबुल्ला, फयाज शाहीन, प्रशांत भूषण, जवाहर सरकार भी शामिल रहे। इन सबने असम सरकार द्वारा खाली कराए गए इलाकों का दौरा किया। मीडिया से बात करते हुए सैयदा हमीद ने कहा, 'बांग्लादेशी होने में क्या गुनाह है? बांग्लादेशी भी तो इंसान हैं...वे भी यहां हो सकते हैं, किसी का अधिकार तो नहीं छीन रहे...यह बहुत तकलीफदेह है...भयानक दुष्टता है...मानवता के लिए घातक है...अल्लाह ने ये धरती बनाई है इंसानों के लिए, हैवानों के लिए तो नहीं बनाई है..एक इंसान जो इस जमीन पर खड़ा है उसे इतनी बुरी तरह खदेड़ के.....जो तोड़फोड़ हो रहा है..हटाए जा रहे हैं..एक तरह से कयामत है मुसलमानों पे...जो ग्वालपाड़ा में हो रहा है, वही जामिया में भी हो रहा है...समझिए ये कत्लेआम है..।' उन्होंने कहा कि 'असम कभी ऐसा नहीं था....राक्षस जैसा हो गया है...ये एक खतरनाक जगह हो गई है..मुसलमानों के खिलाफ प्रतिशोध...असम में 'मियां' कहते थे अच्छी भावना से...लेकिन अब मियां का लफ्ज गाली शब्द जैसा हो गया है।' हालांकि भारी विरोध के बाद मंगलवार को उनके सुर थोड़े नरम पड़ते नजर आए। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, 'अगर कुछ बांग्लादेशी आ भी गए हैं, तो उनके साथ बैठिए, उनसे चर्चा कीजिए और उन्हें वापस पहुंचाइए....।'
इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा(CM Himanta Biswa Sarma) ने भी सैयदा हामिद पर सोशल मीडिया एक्स के जरिये निशाना साधा था।
People like Syeda Hameed, a close confidant of the Gandhi family legitimise illegal infiltrators, as they seek of realise Jinnah's dream of making Assam a part of Pakistan.
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 25, 2025
Today Assamese identity is on the brink of extinction because of the tacit support of people like her.… pic.twitter.com/KTMdrNP38P
गांधी परिवार की घनिष्ठ सहयोगी सईदा हमीद के बयान से एक बात साफ़ है - अगर असम में कांग्रेस आती है, तो उनके साथ बांग्लादेशी घुसपैठिए भी आएंगे।#घुसपैठिया_प्रेमी_Congresspic.twitter.com/ZXoTs2uKQL
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) August 25, 2025
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