लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। उत्तर प्रदेश के गोंडा जनपद अंतर्गत धानेपुर थाना पर तैनात दरोगा अंकित कुमार यादव की भ्रष्टाचार भरी दास्तान ने पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया है। मात्र दो वर्षों में करोड़पति बनने की महत्वाकांक्षा ने उन्हें उस राह पर धकेल दिया, जहां से अब वापसी असंभव है। दरोगा अंकित पर अवैध वसूली, संपत्ति अर्जन और आपराधिक गठजोड़ के गंभीर आरोप लगे हैं।
भ्रष्टाचार की पूरी स्कीम थी तैयार
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, अंकित कुमार यादव ने थाना क्षेत्र में अपने पद का दुरुपयोग करते हुए स्थानीय कारोबारियों, ट्रांसपोर्टर्स और भू-माफियाओं से भारी अवैध वसूली की। आरोप है कि उन्होंने विवादित जमीनों के मामलों में मनमानी वसूली, छोटे अपराधियों से महीना वसूली और स्थानीय थाने में दर्ज मामलों की सुलह-बंदी के नाम पर मोटी रकम ऐंठी।
जांच में खुली पोल
शिकायतें मिलने के बाद पुलिस विभाग और सतर्कता अधिष्ठान की संयुक्त टीम ने जांच शुरू की। शुरुआती जांच में ही यह बात सामने आई कि अंकित यादव ने दो वर्षों की तैनाती के दौरान अपनी वैध आय से कई गुना अधिक संपत्ति अर्जित की। उनके पास लखनऊ और गोंडा में दो फ्लैट, एक फार्महाउस, और लक्जरी गाड़ी होने की पुष्टि हुई है।
निलंबन और केस दर्ज
जांच रिपोर्ट के आधार पर दरोगा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई के साथ-साथ उनके खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम और आपराधिक षड्यंत्र की धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
अब यह मामला आय से अधिक संपत्ति, रिश्वतखोरी और आपराधिक गठजोड़ के तहत आगे बढ़ाया जा रहा है।
क्या कहना है जनता का
स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे अफसरों की वजह से पूरे विभाग की छवि धूमिल होती है। हमें उम्मीद है कि सरकार ऐसे मामलों में 'जीरो टॉलरेंस' नीति अपनाएगी। बताया कि यह दरोगा लोगों का बहुत उत्पीड़न करता था।
डील फाइनल हुई पांच हजार में
एंटी क्रप्शन देवी पाटन मंडल के ट्रैप टीम प्रभारी धनन्जय कुमार सिंह ने बताया कि अंकित कुमार यादव पुत्र महेन्द्र प्रसाद यादव निवासी खुटहन रोड शाहगंज थाना व तहसील शाहगंज जनपद जौनपुर को उप निरीक्षक थाना धानेपुर जनपद गोण्डा को रंगे हाथ आज गिरफ्तार किया गया है। वह उपेन्द्र प्रसाद पुत्र बेकारू निवासी इटवा कवि, थाना धानेपुर जनपद गोंडा से मुकदमे में रियायत देने के लिए डील कर रहे थे। बाद में किराये के कमरे से पांच हजार रूपये फाइनल डील पर रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। नागरिक पुलिस में मार्च 2023 में भर्ती हुए थे।
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