लखनऊ, वाईबीएन संवाददाता। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ के लोक भवन में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एमएसएमई दिवस कार्यक्रम में प्रदेश के युवाओं के लिए दो नई डिजिटल पहलों 'यूथ अड्डा' और 'सीएम युवा एप' का लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने युवा उद्यमियों, स्टार्टअप्स और एमएसएमई क्षेत्र से जुड़े लोगों को संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश की बदलती तस्वीर और सरकार की उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा की।
दंगों, माफिया गिरोहों के लिए जाना जाता था यूपी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 2017 से पहले के उत्तर प्रदेश दंगों, माफिया गिरोहों और जातीय संघर्षों के लिए जाना जाता था। बेटियों और व्यापारियों के लिए वह दौर बेहद असुरक्षित था। पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वे केवल जातिवादी संघर्षों और परिवारवाद को बढ़ावा देने में लगी थीं। सीएम ने तीखे लहजे में कहा की उनकी उपलब्धि केवल एक जनपद, एक माफिया देने की रही है।
विरासत से जुड़कर मिली नई पहचान
मुख्यमंत्री ने कहा कि उस दौर में युवाओं को पहचान का संकट झेलना पड़ा, लेकिन आज वही उत्तर प्रदेश 'एक जिला, एक उत्पाद (ODOP)' योजना के जरिए अपनी परंपरा और विरासत से जुड़कर नई पहचान और रोजगार के अवसर प्राप्त कर रहा है। उन्होंने बताया कि डबल इंजन की सरकार के प्रयासों से न केवल युवाओं को स्वरोजगार के अवसर मिले हैं, बल्कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था में भी जबरदस्त सुधार हुआ है।
बेहतर कानून व्यवस्था का परिणाम
मुख्यमंत्री ने बताया कि 2017 से पहले प्रदेश का कुल निर्यात 80-85 हजार करोड़ रुपये के बीच था, जो अब बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। प्रति व्यक्ति आय 2017 से पहले 46 हजार करोड़ रुपये थी, जो अब 1 लाख 20 हजार करोड़ के पार पहुंच चुकी है। राज्य की जीडीपी 12.75 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर अब लगभग 31 लाख करोड़ रुपये हो चुकी है। उन्होंने कहा कि यह सब बेहतर कानून व्यवस्था, उद्योगों को मिले प्रोत्साहन, और भेदभावरहित शासन का परिणाम है।
प्रदेश को दिलाई अंतरराष्ट्रीय पहचान
सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में जो रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं, वे युवाओं को केवल आय का जरिया नहीं, बल्कि गौरव और पहचान भी दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि 2018 में पहली बार प्रदेश में 24 जनवरी को उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस मनाया गया, जबकि 1950 में इसी दिन राज्य का नामकरण हुआ था। इसके जरिये प्रदेश को उसकी सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत से जोड़ने का प्रयास किया गया। सीएम ने कहा, "पहले की सरकारों को जातीय से ही फुर्सत नहीं थी। उन्हें अपने परिवार की चिंता थी, प्रदेश की नहीं। परिणाम यह हुआ कि यूपी को पहचान का संकट झेलना पड़ा।" उन्होंने याद करते हुए कहा कि एक समय था जब उत्तर प्रदेश के लोगों को होटल तक में कमरा नहीं मिलता था, पहचान ही नहीं थी।
युवाओं को मिलेगा डिजिटल मंच
मुख्यमंत्री ने बताया कि 'सीएम युवा एप' और 'यूथ अड्डा' जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म युवाओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी, मार्गदर्शन, नेटवर्किंग, और स्वरोजगार के अवसरों से जोड़ने का काम करेंगे। ये एप युवा उद्यमियों को संवाद का मंच भी देंगे और उन्हें शासन से सीधे जोड़ने में सहायक होंगे। उन्होंने कहा कि 'एक जिला, एक उत्पाद' योजना के अंतर्गत 75 जिलों को उनकी पारंपरिक विशेषताओं के आधार पर चिन्हित किया गया है। सरकार ने न केवल इन उत्पादों को बढ़ावा दिया, बल्कि इनके विपणन, ब्रांडिंग और निर्यात की भी व्यवस्था की है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की सराहना
सीएम योगी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन को उत्तर प्रदेश की इस प्रगति का आधार बताया। उन्होंने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास' के मंत्र के तहत प्रदेश में बिना भेदभाव के कार्य हुआ है। औद्योगिक विकास, अवॉर्ड क्लास इंफ्रास्ट्रक्चर, और कानून व्यवस्था में सुधार इसके मुख्य आधार रहे हैं।कार्यक्रम के अंत में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के युवाओं से अपील की कि वे सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं, नवाचार को अपनाएं और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में भागीदार बनें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश का भविष्य युवाओं के हाथ में है और सरकार उनके साथ हर कदम पर खड़ी है।
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