उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज के एक अस्पताल में महाकुंभ भगदड़ पीड़ितों से मुलाकात की। बता दें आदित्यनाथ ने 1 फरवरी को प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान 29 जनवरी को हुई भगदड़ स्थल का दौरा किया, जिसमें कई लोगों की मौत हुई थी और कई घायल भी हुए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ अस्पताल से पहुंच कर, घायलों से मुलाकात की। बता दें सीएम योगी ने महाकुंभ का हवाई सर्वेक्षण भी किया। सीएम योगी 3 फरवरी को बसंत पंचमी की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए प्रयागराज पहुंचे। भगदड़ की घटना पर बोलते हुए, सीएम योगी ने कहा कि कुछ "महान आत्माएं" दुर्घटना का शिकार हो गईं। "मैं उन संतों का अभिनंदन करता हूं जिन्होंने मौनी अमावस्या के अवसर पर हमारे सामने आई चुनौती (भगदड़ की घटना) का धैर्यपूर्वक सामना किया। कुछ महान आत्माएं उस दुर्घटना का शिकार हुईं, लेकिन उस स्थिति में हमारे संतों ने रक्षक की भूमिका निभाई और धैर्य और साहस के साथ उस चुनौती पर विजय प्राप्त की।
सीएम से श्रद्धालु ने मांगी मदद
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक-एक बेड पर जाकर घायल श्रद्धालुओं का हाल जाना। मुख्यमंत्री को देखकर पीड़ित महिला श्रद्धालु ने अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद वापस घर भेजने की व्यवस्था करने की मांग की। इस पर सीएम योगी तत्काल निर्देश दिए कि छुट्टी के बाद इनके घर तक छुड़वाने की व्यवस्था के साथ ही अन्य सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने को कहा।
30 लोगों की मौत, 30 घायल
सनातन धर्म का विरोध करने वाले लोग उम्मीद कर रहे थे कि हमारे संतों का धैर्य जवाब दे जाएगा और वे उपहास का पात्र बनने की कोशिश कर रहे थे। हमें उन लोगों से सावधान रहना होगा जो सनातन के खिलाफ लगातार गुमराह कर रहे हैं और षड्यंत्र कर रहे हैं उन्होंने कहा, "हम इन पूज्य संतों के मार्गदर्शन में सनातन धर्म के मूल्यों और आदर्शों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। जब तक हमारे संतों का सम्मान किया जाता है, तब तक कोई भी सनातन धर्म को नुकसान नहीं पहुंचा सकता।" भगदड़ मौनी अमावस्या स्नान के दौरान हुई थी। घटना में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हो गए।
रानी नेहरू अस्पताल का दौरा किया
घटना की जांच के लिए गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग ने प्रयागराज के स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल का दौरा किया। आयोग को इस त्रासदी के कारणों और परिस्थितियों की जांच करने का काम सौंपा गया है और वह एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगा।
54.2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में 1 फरवरी को 54.2 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और रहस्यमयी सरस्वती के पवित्र संगम में डुबकी लगाई। इनमें से 10 लाख से ज़्यादा कल्पवासी और 4.42 मिलियन तीर्थयात्री आज त्रिवेणी में डुबकी लगा चुके हैं। 31 जनवरी तक, आयोजन की शुरुआत से लेकर अब तक 314.6 मिलियन से ज्यादा लोग तीन नदियों के पवित्र संगम में डुबकी लगा चुके हैं। 13 जनवरी से शुरू हुआ यह स्नान पर्व 26 फरवरी तक चलेगा। महाकुंभ में शेष महत्वपूर्ण स्नान तिथियां 3 फरवरी (बसंत पंचमी - तीसरा शाही स्नान), 12 फरवरी (माघी पूर्णिमा) और 26 फरवरी (महा शिवरात्रि) हैं।