महाकुंभ संपन्न होने में अभी 20 दिन का समय बचा है, लेकिन महाकुंभ के दौरान पवित्र त्रिवेणी संगम पर स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 39 करोड़ तक पहुंच गई है। महाकुंभ के आयोजन से पूर्व यहां कुल मिलाकर 40 करोड़ श्रद्धालुओं के पहुंचने की बात कही जा रही थी, लेकिन अब लग रहा है कि यह संख्या 60 करोड़ को तो पार कर ही जाएगी। मौनी अमावस्या पर हुई घटना को छोड़ दिया जाए तो महाकुंभ का आयोजन बहुत ही भव्य और दिव्य हुआ, वहां जो भी गया व्यवस्था और अपार जनसमूह देख महाकुंभ का कायल हो गया। यहां पहुंचने वाले विदेशी श्रद्धालुओं की संख्या भी अच्छी खासी है।
पूरी दुनिया में हो रही महाकुंभ की चर्चा
प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ की चर्चा पूरी दुनिया में है। इसके दो कारण हैं। यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या और व्यवस्था। इस आयोजन को एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उत्सव के रूप में पूरी दुनिय सराह रही है। गुरुवार सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ में 38 करोड़, 90 लाख लोग संगम में डुबकी लगा चुके हैं। अधिकारियों का कहना है कि मेला परिसर में 10 लाख से अधिक कल्पवासी रह रहे हैं।
श्रद्धालु बोले- अकल्पनीय व्यवस्था
दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक पर्व की सभी श्रद्धालुओं ने सराहना की है। श्रद्धालुओं का कहना है कि ऐसे सुचारू और कुशल प्रबंधन की बानगी भी मिलनी मुश्किल की है। सफाई, सुरक्षा और सुविधा के मामले में इस आयोजन ने पूरी दुनिया एक संदेश देने का काम किया है। ग्रेटर नोएडा में रहने वाले जेपी सिंह अपने अपने पूरे परिवार के साथ महाकुंभ में स्नान करके लौटे हैं। उन्होंने बताया कि महाकुंभ में भारी भीड़ के बावजूद असाधारण व्यवस्थाओं से अभिभूत हूं और व्यवस्थापकों का आभारी हूं।
रजनीश बोले, रोम- रोम पुलकित हो उठा
गाजियाबाद के रजनीश गुप्ता ने बताया कि पवित्र गंगाजल में स्नान का अहसास अभी भी मानों जहन में ताजगी बनाए हुए है, ऊर्जा का ऐसा संचार हुआ कि रोम- रोम पुलकित हो गया। 144 साल बाद महाकुंभ आया और इस मौके पर स्नान का अवसर पाकर मैं बहुत खुश हूं। रजनीश गुप्ता ने बसंत पंचमी के मौके पर स्नान का पुण्य प्राप्त किया, रजनीश बुधवार की सुबह ही गाजियाबाद लौटे हैं। कहते है यह एक यादगार अनुभव बन गयाए व्यवस्था असाधारण थी। महाकुंभ पहुंचने से पहले इस बात की चिंता थी कि पता नहीं स्नान का मौका मिलेगा भी कि नहीं, लेकिन सब कुछ इतना व्यवस्थित था कि कोई परेशानी नहीं हुई।
बुधवार को पीएम ने भी किया स्नान
गंगा, यमुना और सरस्वती के पवित्र संगम पर बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी स्नान करने पहुंचे थे। इस अनुभव को 'दिव्य' जुड़ाव का क्षण बताते हुए पीएम एक्स हैंडल पर एक पोस्ट भी की है। पीएम ने लिख है कि "प्रयागराज महाकुंभ में आकर धन्य हो गया। संगम पर स्नान दिव्य जुड़ाव का क्षण है, और इसमें भाग लेने वाले करोड़ों लोगों की तरह मैं भी भक्ति की भावना से भर गया," प्रधानमंत्री ने आगे लिखा है, "माँ गंगा सभी को शांति, ज्ञान, अच्छे स्वास्थ्य और सद्भाव का आशीर्वाद दें।"